वह फर्जी आईडी पर सिमकार्ड एक्टिवेट करने का करता था गंदा धंधा, पुलिस ने इस तरह किया भंडाफोड़

तनवीर पहले सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर वोडाफोन के लिए काम किया। बाद में उसने खुद ही दुकान खोल ली और वह फर्जी आईडी पर मोबाइल नंबर एक्टिवेट करने लगा।

102

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने फर्जी आईडी पर लोगों को सिमकार्ड मुहैया कराने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान तनवीर हुसैन के रूप में हुई है, जो जैतपुर इलाके का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार यह गिरोह अब तक करीब एक हजार लोगों को सिमकार्ड मुहैया करा चुका है। पुलिस ने आरोपित के पास से 10 फर्जी सिमकार्ड, दो मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया है।

मामले को लेकर शिकायत दी
अपराध शाखा के डीसीपी अमित गोयल ने बताया कि हिमाचल प्रदेश निवासी 39 साल के विजय कुमार ने एक मामले को लेकर शिकायत दी थी, जिसमें बताया था कि उसके पास एक अनजान मोबाइल नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने कहा कि आपका पार्सल आया है, इसके बदले 12 जनवरी को 32 हजार 800 रुपये और 86 हजार रुपये और 13 जनवरी को 41 हजार 700 रुपये ट्रांसफर करने के लिए कहा गया।

ये भी पढ़ें – दुबई में बैठे इस क्रिकेट सट्टा किंग के अवैध कब्जे पर गरजा मामा का बुलडोजर, ‘इतने’ करोड़ का भूखंड कराया गया मुक्त

मामले की जांच जारी
पीड़ित ने यह रकम रिंकू मोदी नाम के एक बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दी। इस मामले की जांच कर रहे इंस्पेक्टर अनिल शर्मा की टीम ने पाया बैंक अकांउट में मोटी रकम डाली गई थी, जिसे एटीएम के जरिए निकाला गया। अपराध शाखा इस रैकेट में शामिल एक विदेशी नागरिक सहित चार लोगों को पहले ही पकड़ चुकी थी।

लक्ष्मीकांत के नाम पर रजिस्टर्ड
पुलिस की एक टीम ने तुगलकाबाद एक्सटेंशन की गली नंबर दो में रेड की। धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल हुआ मोबाइल नंबर इस गली में ही लक्ष्मीकांत के नाम पर रजिस्टर्ड था। उसने बताया वह तुगलकाबाद एक्सटेंशन में एक मोबाइल शॉप पर गया था, जहां उसने मोबाइल सिम अपडेट कराने के लिए दुकान के मालिक को अपना आधारकार्ड दिया था। जांच में पता चला कि इस मोबाइल के सिम नंबर को जैतपुर निवासी तनवीर ने एक्टीवेट किया था।

पुलिस ने तनवीर के बारे में जानकारी जुटाई
पुलिस ने उसके पते पर दबिश डाली, जहां से पता चला यहां तनवीर चार पांच महीने पहले तक किराए पर रहता था। पुलिस ने तनवीर के बारे में जानकारी जुटाई और फिर उसे तुगलकाबाद एक्सटेंशन गली नंबर 14 स्थित एक दुकान से गिरफ्तार कर लिया। जांच में मालूम हुआ है कि तनवीर हुसैन साल 2017 में काम की तलाश में दिल्ली आया था।

 एक हजार फर्जी सिम किेए एक्टीवेट
तनवीर सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर वोडाफोन के लिए काम किया। बाद में उसने खुद ही दुकान खोल ली और वह फर्जी आईडी पर मोबाइल नंबर एक्टिवेट करने लगा। उसने पुलिस को बताया कि वह इस तरह करीब पांच सौ से एक हजार फर्जी सिम बीते दो साल में एक्टीवेट कर चुका है। लक्ष्मीकांत नाम का एक ग्राहक उसकी दुकान पर सिम को पोर्ट कराने के लिए आया था। इस काम के लिए उसने पीड़ित की तस्वीर और आईडी व फोटो ले ली थी। बाद में इसी पहचान पर एक सिम कार्ड एक्टीवेट कर उसे नाइजीरिया के एक शख्स को दे दी थी, जिसका इस्तेमाल चीटिंग के लिए किया गया।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.