INS Kolkata: भारतीय नौसेना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 35 सोमालियाई समुद्री लुटेरों को पकड़ा, मुंबई पुलिस को सौंपी कस्टडी

सोमालिया के तट पर एक ऑपरेशन में पकड़े गए 35 समुद्री लुटेरों को लेकर भारतीय युद्धपोत आईएनएस कोलकाता शनिवार सुबह मुंबई पहुंचा।

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भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने हाल ही में हिंद महासागर (Indian Ocean) और अरब सागर (Arabian Sea) में अपना प्रभुत्व प्रदर्शित किया था। 16 मार्च को इसने व्यापारिक जहाज एमवी रुएन (Merchant Ship MV Ruen) को समुद्री डाकुओं (Pirates) के चंगुल से मुक्त कराया और 35 सोमालियाई समुद्री डाकुओं (Somalian Pirates) को भी हिरासत (Custody) में लिया। अदन की खाड़ी में समुद्री डकैती रोधी अभियानों के लिए तैनात युद्धपोत आईएनएस कोलकाता (INS Kolkata) 35 समुद्री लुटेरों को लेकर मुंबई (Mumbai) पहुंचा। यहां नौसेना ने इन समुद्री लुटेरों को मुंबई पुलिस (Mumbai Police) को सौंप दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये सभी डकैत सोमालिया के है और अदन की खाड़ी में जहाजों को निशाना बनाते थे।

भारतीय नौसेना ने शनिवार को एक बयान में कहा कि इस जहाज पर समुद्री डकैती के हमलों और व्यापारिक जहाजों के अपहरण के लिए एक मदर शिप होने का संदेह था। समुद्री लुटेरों के जहाज पर नजर पड़ने के बाद, आईएनएस कोलकाता ने उसे अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार जांच के लिए रुकने का निर्देश दिया। जब समुद्री लुटेरों ने गोलीबारी शुरू की, तो भारतीय नौसेना ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, जहाज को निष्क्रिय कर दिया और समुद्री लुटेरों को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर किया।

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समुद्री डाकुओं ने भारतीय सैनिकों पर कई बार गोलीबारी की
भारतीय नौसेना ने समुद्री डाकू जहाज के पास पैरा ड्रॉप के लिए C17 के माध्यम से समुद्री कमांडो को तैनात किया, जबकि P8I विमान, सी गार्जियन यूएवी और हेलीकॉप्टरों का उपयोग करके हवाई निगरानी की गई। नौसैनिकों का यह ऑपरेशन करीब 40 घंटे तक चला। इस दौरान समुद्री लुटेरों ने भारतीय सैनिकों पर कई बार फायरिंग भी की।

35 समुद्री डाकू गिरफ्तार
नौसेना के अनुसार, इस महत्वपूर्ण बचाव अभियान के तहत भारतीय युद्धपोत आईएनएस कोलकाता पर 35 समुद्री लुटेरों को हिरासत में लिया गया। साथ ही व्यापारी जहाज एमवी रूएन के 17 क्रू सदस्यों को भी सुरक्षित बचा लिया गया। पकड़े गए समुद्री लुटेरों को समुद्री डकैती रोधी अधिनियम 2022 के तहत कानूनी कार्रवाई के लिए मुंबई में मुंबई पुलिस के अधिकारियों को सौंप दिया गया।

भारतीय नौसेना ने एक बयान में कहा, “भारतीय नौसेना ने उच्च स्तर की व्यावसायिकता प्रदर्शित की और अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों और क्षेत्र में सुरक्षित समुद्र और समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को बरकरार रखा।”

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