हिंदुओं के परित्र गंथों में से एक रामचरित मानस को लेकर बिहार के शिक्षा मंत्री ने जिस तरह का बयान दिया है, उससे तो यही लगता है कि उन्हें हिंदू धर्म ग्रंथों के बारे में जानकारी ही नहीं है। रामचरित मानस में भाइयों का प्रेम और त्याग को दर्शाया गया है। इस ग्रंथ में जीवन जीने के बारे में बताया गया है। एक-दूसरे के प्रति प्रेम और सद्भाव कैसे बढ़े उसके बारे में बताया गया है। जीवन जीने की कला से लेकर जीवन के हर पहलू को इसमें विस्तार से बताया और समझाया गया है। इस ग्रंथ में व्यक्ति के चरित्र और उसके व्यवहार को बताया गया है न कि उसकी जाति को महत्व दिया गया है। यदि जाति को महत्व दिया जाता तो भगवान राम सबरी के जूठे बेर न खाते। लेकिन जदयू नेता को इस पवित्र गंथ में नफरत नजर आ रही है। उनके बयान से तो यही लगता है कि उनकी सोंच और उनकी मानसिकता विभाजन वाली है।
चंद्रशेखर को शिक्षा मंत्री पद से हटाने की मांग
आरजेडी नेता और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरित मानस को नफरत फैलाने वाली किताब बताकर बुरे फंस गए हैं। भाजपा से लेकर अन्य पार्टियों ने उनकी क्लास लगाई है। भाजपा ने चंद्रशेखर को मंत्री पद से हटाने की मांग की है। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि चंद्रशेखर राव ने रामचरित मानस पर टिप्पणी करके सनातन धर्म का अपमान किया है। उनके बयान से यही लगता है कि उन्हें हिंदू धर्म ग्रंथ के बारे में जानकारी ही नहीं है और वह एक अज्ञानी हैं। रामचरित मानस सिर्फ हिंदुओं से नहीं जुड़ा है, बल्कि यह सनातन धर्म से जुड़ा हुआ है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसे अज्ञान लोगों को शिक्षा मंत्री के पद से तुरंत हटा देना चाहिए।
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नफरत फैलाने वाला बयान
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि चंद्रशेखर का यह बयान नफरत फैलाने वाला है। ऐसे लोगों को पद से तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने चंद्रशेखर के बयान को लेकर नीतीश कुमार पर हमला बोला है। गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार वोट बैंक के लिए हिंदुओं को गाली दिलवा रहे हैं। हमारे पवित्र ग्रंथ पर आपत्तिजनक शब्द बोलवा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि क्या नीतीश के मंत्रियों में इतनी हिम्मत है कि वह कुरान और आयतों के बारे में ऐसा कुछ कहें? उन्होंने कहा कि हिंदुओं के पवित्र ग्रंथों पर ऐसे शब्दों का प्रयोग बंद करना होगा, नहीं तो हिंदू इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। उनका इलाज कराना बहुत जरूरी है।
क्या बोले थे चंद्रशेखर?
बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के 15वें दिक्षांत समारोह में हिस्सा लिया था। इस दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रामचरित मानस और मनुस्मृति समाज को विभाजित करने वाली पुस्तकें हैं। उन्होंने कहा कि रामचरित मानस के उत्तरकांड में कहा गया है कि निचली जातियों के लोग शिक्षा प्राप्त करने के बाद सांपों की तरह खतरनाक हो सकते हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि मनुस्मृति और रामचरित मानस हिंदू ग्रंथ दलित, अन्य पिछड़ा वर्ग और शिक्षा प्राप्त करने वाली महिलाओं के खिलाफ है। यह नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है।