Davis Cup: रोहन बोपन्ना ने अपने आखिरी मुकाबले में कही मन को छू लेने वाली बात

17 सितंबर को लखनऊ के गोमती नगर के विजयंत खंड मिनी स्टेडियम में खेले गए युगल मैच में बोपन्ना और युकी भांबरी ने इलियट बेंचेट्रिट-यूनुस लालामी लारौसी की जोड़ी को 6-2, 6-1 से हराया। बोपन्ना का डेविस कप के लिए यह अंतिम मुकाबला था।

268

भारतीय दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना, जिन्होंने मोरक्को के खिलाफ अपना अंतिम डेविस कप मुकाबला खेला, ने कहा कि उन्हें देश के लिए इतने लंबे समय तक खेलने पर गर्व है। भारत ने विश्व ग्रुप II मुकाबले में मोरक्को को हराया है। इस जीत के साथ ही भारत अब 2024 में वर्ल्ड ग्रुप I प्ले-ऑफ खेलेगा।

17 सितंबर को लखनऊ के गोमती नगर के विजयंत खंड मिनी स्टेडियम में खेले गए युगल मैच में बोपन्ना और युकी भांबरी ने इलियट बेंचेट्रिट-यूनुस लालामी लारौसी की जोड़ी को 6-2, 6-1 से हराया।

इतने लंबे समय तक देश के लिए खेलने पर गर्व
बोपन्ना ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “डेविस कप छोड़ने का दुख है, लेकिन साथ ही इतने लंबे समय तक खेलने पर गर्व भी है। मैं समर्थन के लिए पूरे देश और सभी साथियों, उस कप्तान को धन्यवाद देता हूं जिनके नेतृत्व में मैंने खेला है। यह एक शानदार यात्रा रही है।”

परिवार के साथ समय बिताने को मिलेगा समय
हालांकि, 43 वर्षीय इस बात से खुश हैं कि अब उन्हें अपने परिवार के साथ बिताने का समय मिलेगा। मुकाबले को लेकर उन्होंने कहा, “हमारे लिए विश्व ग्रुप I प्लेऑफ़ में जाना बेहद महत्वपूर्ण था जहां भारत को होना चाहिए और ऊपर की ओर बढ़ने के लिए काम करना चाहिए।”

भारत के गैर-खिलाड़ी कप्तान रोहित राजपाल, जो भारतीय ओलंपिक संघ की कार्यकारी समिति के सदस्य भी हैं, ने कहा कि बोपन्ना की कमी खलेगी। राजपाल ने कहा, “किसी भी कप्तान के लिए, जब आपके पास रोहन बोपन्ना जैसा महान व्यक्तित्व वाला खिलाड़ी हो, तो हमेशा इस बात को लेकर झगड़ा होता है कि कौन उसके साथ खेलना चाहता है। टीम के सभी खिलाड़ी उनके साथ युगल खेलना चाहते हैं।”

सदमे में पूरी टीम
उन्होंने कहा, “पूरी टीम उनके न खेलने के फैसले से सदमे में है। लेकिन निश्चित रूप से, उन्होंने युकी (भांबरी) और राम (रामनाथन रामकुमार) को अच्छा मार्गदर्शन दिया है। हम उनका मार्गदर्शन लेना जारी रखेंगे और इससे लाभ उठाएंगे।”

गैर खिलाड़ी कप्तान राजपाल का मानना है कि भारतीय युगल खिलाड़ी हमेशा अपने पीछे एक विरासत छोड़ गए हैं, लेकिन एकल पर ध्यान देने की जरूरत है।

एकल मुकाबले पर ध्यान देना जरुरी
कप्तान ने कहा, “हम एक कठिन टीम हैं और हमने डेविस कप में बहुत मेहनत की है। जब हम खेल रहे होते हैं, तो हमें हराना कठिन होता है। साथ ही, अगर हमें शीर्ष टीमों को हराना है तो हमें निश्चित रूप से एकल मुकाबलों में बहुत अच्छा प्रदर्शन करना होगा, क्योंकि एकल के लिए चार अंक हैं। हमें टीम में अपने एकल के संदर्भ में और अधिक गहराई विकसित करने की आवश्यकता है।”

पुरानी संसद में देशवासियों का लगा पैसा और पसीना- मोदी

डेविस कप से बाहर होना करियर का अंत नहीं
बोपन्ना के मुताबिक, टीम में इसे आगे ले जाने के लिए कुछ प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और वह उनकी मदद के लिए हमेशा मौजूद रहेंगे। बोपन्ना का मानना है कि डेविस कप से बाहर होना उनके करियर का अंत नहीं है। उन्होंने कहा, “घर पर कुछ दिन बिताने के बाद मैं वापस कोर्ट पर आ जाऊंगा। टेनिस एक बहुत व्यस्त कार्यक्रम है, न्यूयॉर्क से आना और फिर एशियाई खेलों के लिए चीन जाना है, इसलिए बहुत यात्रा करनी होगी। मैं इसे लेकर बहुत उत्साहित हूं।”

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.