‘वैश्विक हिंदू राष्ट्र महोत्सव’ के माध्यम से विश्व करेगा भारत में चिंतन-मनन, जानिये क्या होंगे मुद्दे?

वैश्विक हिंदू राष्ट्र का भव्य प्रारंभ होने जा रहा है। यह विश्व के विभिन्न देशों में रहनेवाले हिंदुओं के लिए दिशा दर्शक होगा।

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वैश्विक हिंदू राष्ट्र महोत्सव

11वां वैश्विक हिंदू राष्ट्र महोत्सव इस वर्ष 16 जून से आरंभ हो रहा है। हिंदुओं के उत्थान, संस्कृति के विकास और भारत भूमि पर आक्रांताओं के सतत आक्रमणों से हुई क्षति को समझकर एक नीति बनाने की दिशा में वैश्विक हिंदू राष्ट्र महोत्सव दिशा दर्शक है। इसमें विश्व के विभिन्न देशों से आए प्रतिनिधि भाग लेंगे। इसमें भारत में हिंदुओं के स्वर गुंजित करनेवाले प्रमुख जन भी होंगे। गोवा की धरती पर प्रबुद्ध जनों को उपस्थिति में सात दिनों तक हिंदू हितों को लेकर चिंतन मनन होगा।

हिंदू जनजागृति समिति की ओर से आयोजित वैश्विक हिंदू राष्ट्र महोत्सव में हिंदुओं के वैश्विक मुद्दे होंगे। समयांतर में समिति द्वारा हिंदू हितों का मुद्दा अब वैश्विक रूप से चिंतन का विषय है। हिंदू राष्ट्र स्थापन करने की दिशा में किये जा रहे प्रयत्नों को गति मिले यह भी इस वर्ष का प्रमुख एजेंडा है। इस वैश्विक हिंदू राष्ट्र महोत्सव के प्रमुख मुद्दों की जानकारी हिंदू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे ने साझा की।

हिंदू राष्ट्र, धर्मांतरण, इस्लामी और ईसाई साजिश पर मंथन
रमेश शिंदे के कथनानुसार, वैश्विक परिदृश्य में देखें तो भारत के विकास के साथ देश के विरुद्ध साजिशें भी बढ़ी हैं। धर्मांतरण, हिंदू हत्याएं, पंजाब में खालिस्तानी आतंक को पुनर्जीवित करानेवाली शक्तियों का मुद्दा, जिहाद, हलाल, वर्ष 2047 तक इस्लामी राष्ट्र बनाने के लिए साजिश, डिसमेंन्टलिंग ग्लोबल हिंदुत्व जैसे वामपंथी टूलकिट प्रमुख रूप से चर्चा में रहेंगे। इसके साथ ही फिल्मों के माध्यम से हिंदुओं पर अत्याचार की सच्चाइयों को सामने लाने, हिंदू राष्ट्र घोषणा की दिशा में सकारात्मक कार्य करने पर मनन किया जाएगा।

वस्त्र संहिता ने एक सूत्र में जोड़ा
‘सनातन संस्था’के राष्ट्रीय प्रवक्ता चेतन राजहंस ने ‘राज्यस्तरीय मंदिर परिषदों’के आयोजन की जानकारी दी। इसका सकारत्मक रूप है ‘महाराष्ट्र मंदिर महासंघ’की स्थापना। जिसके अंतर्गत महाराष्ट्र 131 मंदिरों में वस्त्रसंहिता लागू हो गई है। महाराष्ट्र जिस राह पर चला है उसका अनुकरण देशभर में हो रहा है। उत्तराखंड,गोवा, कर्नाटक, छत्तीसगढ, दिल्ली में राज्य स्तरीय मंदिर परिषदों का गठन करने का कार्य शुरू है। यह मंदिर संस्थानों को एक सूत्र में जोड़ने की दिशा में बड़ा कदम है।

जुटेगा जग, खिलेगा हिंदुत्व
हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक सद्गुरु नीलेश सिंगबाल ने बताया कि, ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में अमेरिका, इंग्लैंड, बेल्जियम, जर्मनी, सिंगापुर, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं नेपाल, इन देशों सहित भारत के 28 राज्यों में से 350 से अधिक हिन्दू संगठनों को और 1500 से भी अधिक प्रतिनिधियों को निमंत्रित किया गया है । इस अधिवेशन के लिए वीर सावरकर के पौत्र रणजीत सावरकर, काशी-ज्ञानवापी मुक्ति के लिए कानूनी लडाई लड़नेवाले अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, तेलंगाना के हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी.राजा सिंह, ‘हिन्दू इकोसिस्टम’के संस्थापक कपिल मिश्रा, ‘विश्व हिन्दू परिषद’ के संपर्क प्रमुख धर्माचार्य ह.भ.प.जनार्दन महाराज मेटे, ‘भारत माता की जय’ संगठन के सुभाष वेलिंगकर के साथ ही अनेक उद्योगपति, विचारक, लेखक, मंदिर विश्वस्त, समविचारी सामाजिक, राष्ट्रीय एवं आध्यात्मिक संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित होंगे।

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‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ से ऐसे जुड़ें 
Ο दिनांक – 16 जून से 22 जून, 2023
Ο सीधा प्रक्षेपण – हिन्दू जनजागृति समिति के जालस्थल HinduJagruti.org
Ο ‘HinduJagruti’ के ‘यू-ट्यूब’ चैनल
Ο facebook.com/hjshindi1 इस फेसबुक पर किया जाएगा

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