“बीजेपी के खिलाफ एक भी खबर नहीं आनी चाहिए!” बावनकुले के बयान पर फडणवीस की प्रतिक्रिया

अहमदनगर के सवेदी में पदाधिकारियों और बूथ कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले मौजूद थे।

514

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने अपने बयान से हलचल मचा दी है। बावनकुले ने अपील की है कि पत्रकार बीजेपी के खिलाफ खबरें न छापें, इसलिए पार्टी पदाधिकारी पत्रकारों को ढाबे पर चाय पिलाने और खाना खिलाने ले जाएं। इस संबंध में एक ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद चन्द्रशेखर बावनकुले सहित विभिन्न राजनीतिक नेताओं द्वारा भाजपा की आलोचना की जा रही है।

बावनकुले के बयान का समर्थन
इस बीच उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने चन्द्रशेखर बावनकुले का समर्थन किया है। साथ ही कहा है कि उनके बयान का गलत मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए। बावनकुले ने व्यंग्यात्मक ढंग से बात कही है। इसलिए इस पर विवाद पैदा करना बहुत गलत है। वे मीडिया से बात कर रहे थे।

 फडणवीस ने क्या कहाः
चंद्रशेखर बावनकुले के ऑडियो क्लिप के बारे में पूछे जाने पर, देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “मुझे लगता है कि बावनकुले जो कह रह हैं और उसका मतलब पूरी तरह से अलग है। इसलिए ऐसी व्याख्या करने का कोई कारण नहीं है। जब राजनीतिक नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ होते हैं, तो वे अक्सर व्यंग्यात्मक तरीके से ऐसी बातें कहते हैं, जिनका शाब्दिक अर्थ नहीं लिया जाना चाहिए। बावनकुले के मन में कहीं भी ऐसी कोई मंशा नहीं है, इसलिए इस पर विवाद पैदा करना बहुत गलत है।”

India Gate से देश की पहली हाइड्रोजन फ्यूल सेल बस लॉन्च, ये होंगे फायदे

चन्द्रशेखर बावनकुले ने क्या कहा?
अहमदनगर के सवेदी में पदाधिकारियों और बूथ कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले मौजूद थे। बावनकुले ने आगामी चुनावों के लिए पदयात्रा प्रक्रिया के संबंध में पदाधिकारियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा,“पत्रकारों को चाय पिलाओ ताकि वे 2024 तक हमारे (भाजपा) खिलाफ खबरें न छापें। आप समझ गए होंगे कि पत्रकारों को चाय पिलाने का मतलब क्या होता है। साथ ही पत्रकारों को डिनर के लिए किसी ढाबे पर भी ले जाओ। आप जिस बूथ पर काम करते हैं, उस बूथ पर इलेक्ट्रॉनिक मीडियावाला कौन हैं? इस बारे में पता लगाइए। हम इतना अच्छा काम करते हैं, ये लोगों तक पहुंचना चाहिए। अपने बूथ पर चार या पांच पत्रकारों की सूची बनाएं। इन पत्रकारों को महीने में एक बार चाय पर बुलाएं। उन्हें चाय पर आमंत्रित करें ताकि वे 2024 तक आपके खिलाफ न लिखें। आपको पता है, चाय पर बुलाने का मतलब क्या होता है।”

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.