बिलासपुर विधानसभा चुनाव के लिए 3 दिसंबर को मतगणना कोनी स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में सुबह 8 बजे से शुरू होगी। विधानसभावार 14 टेबलों में मतगणना की जाएगी। इस प्रकार कुल 6 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतों की गणना 84 टेबलों में की जाएगी। डाकमतपत्रों की गणना के लिए सभी 6 विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर कुल 17 टेबल लगाएं जाएंगे। मतगणना स्थल पर मोबाइल लेकर प्रवेश वर्जित होगा। मीडियाकर्मियों को केवल मतगणना स्थल पर बनाए गए मीडिया सेंटर तक ही मोबाइल ले जाने की अनुमति होगी। मतगणना ड्यूटी में लगे सुपरवाईजर, गणना सहायक एवं माइक्रो ऑब्जर्वर को इस संबंध में 25 नवंबर को शहर के मल्टीपरपज स्कूल में प्रशिक्षण में दिया गया।
दिया गया प्रशिक्षण
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अवनीश शरण के निर्देश पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजय अग्रवाल ने मतगणना के दौरान किये जाने वाले दायित्वों की विस्तार से जानकारी प्रशिक्षण में दी। अग्रवाल ने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि प्रशिक्षण में दी जा रही जानकारी को अच्छे से आत्मसात कर लें ताकि मतगणना कार्य में किसी प्रकार की त्रुटि न हो। निर्वाचन आयोग के नियमों के तहत पूरी सतर्कता एवं मुस्तैदी से मतगणना का कार्य करने निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने निष्पक्ष एवं पारदर्शी मतगणना के लिए उपयोगी टिप्स भी दिए। मतगणना के संबंध में प्रमुख वैधानिक प्रावधानों, नियमों तथा मतगणना के दौरान कौन-कौन सी सावधानी बरती जानी है एवं इस दौरान कौन से प्रारूप में जानकारी देनी है। इस संबंध में विस्तार से बताया गया। मास्टर ट्रेनर एमटी आलम द्वारा मतगणना कार्य की संपूर्ण पहुलओं की विस्तार से जानकारी दी गई।
तकरीबन 500 अधिकारी-कर्मचारी शामिल
मास्टर ट्रेनर द्वारा मतगणना के पूर्व की तैयारी, मानव संसाधन एवं अन्य जरूरी संसाधनों की व्यवस्था, डाकमत पत्रों की गणना सहित अन्य विषयों पर प्रकाश डाला गया। जिले में मतगणना का कार्य तकरीबन 500 अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा संपादित कराया जाएगा। मतगणना स्थल पर प्रत्येक टेबल में एक सुपरवाइजर जो राजपत्रित अधिकारी रेंक का होगा तथा एक गणना सहायक होंगे। प्रत्येक टेबल में एक माइक्रो आब्जर्वर भी नियुक्त किए जाएंगे। मतगणना स्थल पर प्रवेश हेतु निर्धारित लोगों को अलग-अलग रंगों के परिचय पत्र जारी किए जाएंगे। इसी प्रकार ईटीपीबीएस के लिए विधानसभावार एक-एक टेबल अर्थात कुल 6 टेबलों में मतों की गणना की जाएगी। मतगणना तिथि के एक दिन पूर्व कर्मचारियों को विधानसभा क्षेत्र और मतगणना के दिन 3 दिसम्बर को ही टेबल की जानकारी दी जाएगी। यह दोनों प्रक्रियाएं ऑब्जर्वर की मौजूदगी में रैण्डेमाईजेशन के जरिए होगी।