भारत के दक्षिण पश्चिमी हिस्से पर ‘बिपरजॉय’ का खतरा, मौसम विभाग ने दी चेतावनी

बिपरजॉय (Biporjoy) चक्रवात के कारण दक्षिण पश्चिम तटीय क्षेत्र प्रभावित होगा।

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बिपरजॉय चक्रवात

अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र निर्मित होने से समुद्र में चक्रवाती तूफान बन रहा है। जो देश के दक्षिण पश्चिमी हिस्से में प्रभाव छोड़ेगा। इससे कर्नाटक-गोवा-महाराष्ट्र की समुद्री किनारों के हिस्सों में तेज हवाएं बहेंगी। इस चक्रवात का नाम बिपरजॉय (Biporjoy Cyclone) साइक्लोन दिया गया है।

बिपरजॉय चक्रवात के खतरे को देखते हुए मौसम विभाग ने चेतावनी दी है। इसके लिए मछुआरों को 8 जून से 10 जून के बीच समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। चक्रवात (Cyclone) के कारण समुद्र में तेज लहरें उठने की संभावना व्यक्त की गई है। बिपरजॉय के कारण समुद्र में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चल सकती हैं।

बिपरजॉय चक्रवात (Biporjoy Cyclone) का केंद्र अरब सागर के गहरे हिस्सें में है, जिसके कारण मुंबई और पूरे कोकण समुद्र किनारे अधिक बारिश की संभावना से इन्कार किया गया है। परंतु, इस समय समुद्र में तेज और ऊंची लहरें उठेंगी, जिससे मछुआरों के लिए खतरा हो सकता है।

उत्तर दिशा की ओर बढ़ेगा चक्रवात
मौसम विभाग के अनुसार बिपरजॉय अगले चौबीस घंटे में उत्तर दिशा की ओर बढ़ेगा। इस चक्रवात का निर्माण मुंबई किनारे से 1120 किलोमीटर की दूरी पर हुआ है।

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