लगातार 17 घंटे की पूछताछ के बाद ED ने किया तृणमूल नेता शंकर को गिरफ्तार

रात करीब 12:30 बजे ईडी ने राशन भ्रष्टाचार मामले में उत्तर 24 परगना के बनगांव के पूर्व मेयर शंकर आद्य को गिरफ्तार कर लिया। ईडी सूत्रों के मुताबिक, उन्हें संदिग्ध लेनदेन और बयानों में विसंगतियों के कारण गिरफ्तार किया गया है।

285

राशन वितरण भ्रष्टाचार मामले (ration distribution corruption case) में तृणमूल कांग्रेस नेता शंकर आद्य (Trinamool leader Shankar Adi) को गिरफ्तार किया (arrested) गया है। शुक्रवार सुबह 7:30 बजे बनगांव में शंकर के घर छापेमारी (raid) हुई थी और 17 घंटे की पूछताछ के बाद ED ने उसे देर रात गिरफ्तार किया। शनिवार सुबह उसे सीजीओ कॉम्प्लेक्स लाया गया है, जहां से चिकित्सकीय जांच के बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।

संदिग्ध लेनदेन और बयानों में मिली विसंगतियां
रात करीब 12:30 बजे ईडी ने राशन भ्रष्टाचार मामले में उत्तर 24 परगना के बनगांव के पूर्व मेयर शंकर आद्य को गिरफ्तार कर लिया। ईडी सूत्रों के मुताबिक, उन्हें संदिग्ध लेनदेन और बयानों में विसंगतियों के कारण गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद शंकर ने कहा, ‘मैं केंद्रीय एजेंसी की जांच में सहयोग करूंगा।’

गिरफ्तारी के विरोध में महिलाएं आईं आगे
शंकर को गिरफ्तार करने और उसके बनगांव स्थित घर से बाहर ले जाने के दौरान भी ईडी को विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध करने वालों में महिलाएं सबसे आगे थीं। ईडी के साथ चल रहे केंद्रीय बल के वाहन पर ईंटें फेंकी गईं। इसके बाद केंद्रीय बलों ने लाठीचार्ज किया।

शंकर के ठिकाने से मिली नगदी
ईडी सूत्रों के मुताबिक, शंकर के ससुराल वालों की तलाशी के बाद करीब साढ़े आठ लाख रुपये बरामद हुए हैं। ईडी के मुताबिक, लेनदेन के संबंध में जो भी जानकारी मिली है वह संदिग्ध है। ईडी ने शुक्रवार सुबह करीब 7:30 बजे बनगांव के शिमुलतला स्थित शंकर के ससुराल वालों के यहां छापा मारा। तलाशी करीब एक घंटे तक चली। बाद में केंद्रीय जांच एजेंसी के सात अधिकारी शंकर के घर गये। इसके बाद ईडी की एक टीम दोबारा उनके ससुराल गयी। रात साढ़े नौ बजे तक वहां तलाश जारी रही। वहीं से नगदी बरामद किए गए। इसके बाद ईडी के अधिकारी दोबारा शंकर के घर गए। रात करीब 12:30 बजे वहां से शंकर को गिरफ्तार कर लिया गया।

पत्नी ने कहा, फंसाया जा रहा
वहीं, शंकर की पत्नी ज्योत्सना ने अपने पति की गिरफ्तारी पर कहा, ‘शुक्रवार सुबह साढ़े सात बजे से तलाश जारी है। वे पूरे दिन व्यावसायिक दस्तावेज़ देखते रहे हैं। हमने हर तरह से सहयोग किया है। रात करीब 12 बजे अचानक एक अधिकारी आये। उन्होंने एक कागज दिखाते हुए कहा, यह ज्योतिप्रिय मलिक का पत्र है। उसी आधार पर उसे (शंकर को) गिरफ्तार किया जा रहा है। उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया है।’

ज्योतिप्रिय मलिक के करीबी हैं शंकर
शंकर एक समय जिले की राजनीति में ज्योतिप्रिय मलिक के करीबी माने जाते थे। ज्योतिप्रिय अब राशन घोटाले में गिरफ्तार हो चुके हैं और ईडी की हिरासत में हैं। ज्योत्सना ने कहा, ‘ज्योतिप्रिय मलिक पार्टी के जिला अध्यक्ष थे। उनसे संपर्क तो रहेगा ही।

यह भी पढ़ें – Men’s T20 World Cup: नौवें संस्करण के कार्यक्रम की घोषणा, इस तिथि को होगी भारत-पाकिस्तान की भिड़ंत

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.