Samudra Prahari की आसियान देशों में विदेशी तैनाती, जानें क्या है एजेंडा ?

आईसीजीएस समुद्र प्रहरी की आसियान देशों की यात्रा, समुद्री सहयोग के माध्यम से मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देने के भारत के निरंतर प्रयासों को मजबूत करती है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विज़न - "सागर - क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास" के अनुरूप है, जो क्षेत्र को एकजुट करना चाहता है।

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भारतीय तटरक्षक जहाज समुद्र प्रहरी (Samudra Prahari), एक विशिष्ट प्रदूषण नियंत्रण पोत (specialized pollution control vessel), वर्तमान में 11 सितंबर से 14 अक्टूबर 2023 तक आसियान देशों में विदेशी तैनाती पर है। यह तैनाती समुद्री प्रदूषण जवाबी कार्रवाई के लिए भारत की आसियान (ASEAN ) पहल का हिस्सा है, जो भारतीय तट रक्षक (ICG) की प्रदूषण के प्रति जवाबी कार्रवाई क्षमताओं और समुद्री प्रदूषण के मुद्दों का समाधान करने और क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने के संदर्भ में इसकी प्रतिबद्धता को दिखाती है।

चेतक हेलीकॉप्टर से सुसज्जित है समुद्र प्रहरी
यह जहाज प्रदूषण के प्रति जवाबी कार्रवाई में चेतक हेलीकॉप्टर से सुसज्जित है, जो इस क्षेत्र में इसकी क्षमताओं को बढ़ाता है। इस पहल की घोषणा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नवंबर 2022 में कंबोडिया में आयोजित आसियान रक्षा मंत्री मीटिंग प्लस बैठक के दौरान की थी। इस तैनाती के दौरान, जहाज को बैंकॉक, हो ची मिन्ह और जकार्ता में बंदरगाह सुविधा प्राप्त है। यह आईसीजी की प्रदूषण के प्रति जवाबी कार्रवाई क्षमताओं और समुद्री प्रदूषण (marine pollution) के प्रति जवाबी कार्रवाई के लिए सहयोगात्मक प्रयासों के संबंध में इसके समर्पण को प्रदर्शित करेगा।

क्षेत्रीय संरक्षा और सुरक्षा में होगी वृद्धि
विदेशी विनिमय कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, जहाज ने 13 एनसीसी कैडेटों को “पुनीत सागर अभियान” (Puneet Sagar Campaign) में भाग लेने के लिए शामिल किया है, जो एक अंतरराष्ट्रीय आउटरीच कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम, साझीदार देशों के समन्वय में समुद्र तट की सफाई और इसी तरह की अन्य गतिविधियों पर केंद्रित है। यह यात्रा थाई समुद्री प्रवर्तन कमांड सेंटर और बीएकेएएमएलए (इंडोनेशिया समुद्री सुरक्षा एजेंसी) सहित प्रमुख समुद्री एजेंसियों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। क्षेत्र में समुद्रों की संरक्षा, सुरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए यह भागीदारी पिछले कुछ वर्षों में विकसित हुई है। यात्रा के दौरान इन एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मियों के साथ बातचीत से क्षेत्रीय संरक्षा और सुरक्षा में और वृद्धि होगी।

यात्रा का एजेंडा
यात्रा के एजेंडे में पेशेवर आदान-प्रदान, आपसी-डेक यात्राएं, योजना और टेबलटॉप अभ्यास, संयुक्त अभ्यास, साथ ही क्षमता निर्माण सुविधाओं के दौरे समेत आधिकारिक और सामाजिक गतिविधियां शामिल हैं। आईसीजीएस समुद्र प्रहरी की आसियान देशों की यात्रा, समुद्री सहयोग के माध्यम से मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देने के भारत के निरंतर प्रयासों को मजबूत करती है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विज़न – “सागर – क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास” के अनुरूप है, जो क्षेत्र को एकजुट करना चाहता है। यह कार्यक्रम जी20 अध्यक्षता के दौरान भारत सरकार की थीम: “वसुधैव कुटुंबकम” – एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य को भी प्रतिबिंबित करता है।

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