बिहार विधानसभा के चुनावों के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। एनडीए को बहुमत मिल गया है। उसे 125 सीटों पर जीत हासिल हुई है, जो मैजिक नंबर 122 से तीन ज्यादा है, जबकि महागठबंधन को 111 सीटों से संतोष करना पड़ा है। इसी के साथ बिहार में एनडीए की सरकार बननी तय हो गई है। बिहार में तीन चरणों में 28 अक्टूबर, 3 और 7 नवंबर को मतदान कराए गए थे। मतों की गिनती 10 नवंबर सुबह 8 बजे से शुरू की गई।
कुल सीटों की संख्याः 243
कुल मतदानः कुल 4 करोड़ 16 लाख
एनडीए- कुल सीटें-125
बीजेपी- 74
जेडीयू- 43
वीआईपी- 4
हम- 4
महागठबंधन- कुल सीटें-110
आरजेडी- 75
कांग्रेस- 19
लेफ्ट- 11
अन्य
लोजपा- 1
एमआईएम- 5
बीएसपी 1
अन्य 6
चिराग पासवान ने पहुंचाया जेडीयू को नुकसान
जेडीयू को कम सीटें आने की वजह एलजेपी फैक्टर को माना जा रहा है। भले ही चिराग पासवान की लोजपा को मात्र एक सीट से संतोष करना पड़ा हो, लेकिन उसने जहां बीजेपी की उम्मीदवारीवाली सीटों पर उम्मीदवार न उतारकर उसे फायदा पहुंचाया, वहीं जेडीयू के सामने अपने उम्मीदवार खड़ा कर उसे काफी नुकसान पहुंचाया । इसके साथ ही चुनाव प्रचार के दौरान चिराग पासवान ने नीतीश कुमार की छवि को भी नुकसान पहुंचाया, उससे भी जेडीयू के उम्मीदवारों के वोट प्रभावित हुए।
नीतीश के चुनाव प्रचार में दिखी हताशा, मतदाताओं में दिखी नाराजगी
- नीतीश कुमार ने चुनाव प्रचार के दौरान जिस तरह की निराशा की बात की और झुंझलाहट दिखाई, उससे भी उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचने की बात कही जा रही है।
- चुनाव प्रचार के दौरान उन पर फेंका प्याज
- चुनाव प्रचार के दौरान फेंका गया जूता
- लालू यादव जिंदाबाद के नारे से बौखलाए नीतीश कुमार ने आपा खोया, कहा, ‘यहां से चले जाओ, वोट नहीं देना है तो मत देना’
नकारात्मक चुनाव प्रचार
- चुनाव प्रचार में कहा, सबको सरकारी नौकरी देना संभव नहीं
- बिहार में उद्योग-धंधे लगाना संभव नहीं, सब करके देख लिया
बीजेपी को कैसे हुआ फायदा
- बीजेपी के लिए मोदी फैक्टर आया काम
- बड़े नेताओं के चुनाव प्रचार का हुआ फायदा
- ज्यादातर सवर्ण वोट बीजेपी की झोली में गिरे
- एलजेपी के उम्मीदवार नहीं उतारने से भी हुआ फायदा
आरजेडी के काम आया माई फैक्टर
- आरजेडी को पारंपरिक यादव और मुस्लिम समुदाय के वोट मिले
- तेजस्वी की मेहनत और सूजबूझ का मिला फायदा
- नौकरी और रोजगार के किए गए वादे का हुआ लाभ
Join Our WhatsApp Community