फुटबाॅल में भारत को विश्व शक्ति बनाने होगा शोध, पीएम मोदी की है संकल्पना

आईएमटी गाजियाबाद देश का एकमात्र उच्च शिक्षण संस्थान है, जहां पर खेलों में शोध, अध्ययन एवं डेटाबेस तैयार करने के लिए प्रथम स्पोर्ट्स रिसर्च सेन्टर की स्थापना की गई।

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 फुटबाॅल में भारत को विश्व शक्ति बनाने के लिए शोध होगा। जिसके लिए एआईएफएफ आईएमटी का सहयोग करेगा। इसको लेकर सोमवार को आईएमटी गाजियाबाद के सभागार में आल इण्डिया फुटबाॅल फेडरेशन(एआईएफएफ)और आईएमटी गाजियाबाद के बीच एमओयू हस्ताक्षरित हुआ।

एमओयू पर आल इण्डिया फुटबाॅल फेडरेशन की ओर से महासचिव डाॅ. शाजी प्रभाकरन तथा आईएमटी गाजियाबाद की ओर से डाॅ. विशाल तलवार द्वारा हस्ताक्षर किया गया। इस स्पोर्ट्स रिसर्च सेन्टर की कमान युवा लेखक एवं खेल शोधकर्ता डाॅ. कनिष्क पाण्डेय के हाथों में सौंपी गई।

पांडेय ने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह विजन दिया है कि वर्ष 2047 तक भारत को विश्व पटल पर एक फुटबाॅल की महाशक्ति के रुप में स्थापित किया जाए। ऑल इण्डिया फुटबाॅल फेडरेशन ने प्रधानमंत्री की संकल्पना को मूर्त रुप देने के लिए गम्भीर प्रयास आरम्भ कर दिये हैं। इतने बड़े विजन को हासिल करने के लिए शोध की आवश्यकता है। गहन अध्ययन की जरुरत है और एक प्रमाणिक डेटा बेस अपेक्षित है। शोध, गहन अध्ययन एवं डेटा बेस के अभाव में ना तो लाॅन्ग टर्म प्लानिंग सम्भव है और ना ही उसका क्रियान्वयन। विश्व में जितने भी स्पोर्ट्स पावर है उनके पास डेटा बेस और प्रमाणिक शोध लगातार उपलब्ध होते रहते हैं। इन देशों के उच्च शिक्षण संस्थान उन्हें बराबर शोध, अध्ययन एवं डेटा बेस उपलब्ध करवाते रहते हैं। परन्तु भारत में खेलों को लेकर इस प्रकार के शोधपरक अध्ययन संस्थान है ही नहीं। परन्तु इस दिशा में देश के विख्यात प्रबन्ध संस्थानों में से एक आईएमटी गाजियाबाद ने जरुर एक पहल की है।

आईएमटी गाजियाबाद देश का एकमात्र उच्च शिक्षण संस्थान है, जहां पर खेलों में शोध, अध्ययन एवं डेटाबेस तैयार करने के लिए प्रथम स्पोर्ट्स रिसर्च सेन्टर की स्थापना की गई। ऑल इण्डिया फुटबाॅल फेडरेशन ने आईएमटी गाजियाबाद के साथ फुटबाॅल में भारत को वर्ल्ड पावर बनाने के लिए शोध, गहन अध्ययन एवं डेटा बेस तैयार करने के लिए एमओयू करने का निर्णय लिया है। कार्यक्रम में डाॅ. शाजी प्रभाकरन, जयदीप बसु, रजक जमान, डाॅ. विशाल तलवार,डाॅ. शाहजी प्रभाकरन समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।

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