मनी लॉन्ड्रिंग मामला : इस बिल्डर के खिलाफ बयान के लिए ईडी ने मोदी बंधुओं को किया तलब

ईडी सूत्रों के अनुसार मोदी हाइट्स और एम्पायर बिल्डिंग के निर्माण के लिए सुभाष मोदी और गौतम मोदी ने सरावगी के साथ एक समझौता किया था।

109

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी )ने 1 जून को सुभाष मोदी और गौतम मोदी को शहर के बिल्डर ज्ञान प्रकाश सरावगी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया। उन्हें ईडी ने 75 करोड़ रुपये से अधिक के बैंक धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया था और चार्जशीट किया था।

ईडी सूत्रों के अनुसार मोदी हाइट्स और एम्पायर बिल्डिंग के निर्माण के लिए सुभाष मोदी और गौतम मोदी ने सरावगी के साथ एक समझौता किया था। हालांकि उन्होंने बैंक से कर्ज लिया था लेकिन वह अनुबंध के अनुसार काम करने में विफल रहा, इसलिए अनुबंध रद्द कर दिया और एक अन्य डेवलपर को काम पर रखा। ईडी ने मोदी को उनके बयान दर्ज करने और जांच में एजेंसी की सहायता करने के लिए बुलाया।

इससे पहले सीबीआई ने 2018-19 में ज्ञान प्रकाश सरावगी और उसके साथियों के खिलाफ बैंक ऑफ इंडिया से 31.24 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में तीन प्राथमिकी दर्ज की थी। पूछताछ से पता चला है कि आरोपित व्यक्तियों ने अन्य बैंकों के साथ-साथ 75 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की है।

बताया गया कि ज्ञान प्रकाश सरावगी और उनके सहयोगियों ने मेसर्स सनबीम डीलर्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स ग्लोबल ट्रेडर्स, मेसर्स बद्री केदार उद्योग प्राइवेंट लिमिटेड, मेसर्स सरावगी बिल्डर्स एंड प्रमोटर्स और मेसर्स श्रीराम कॉमट्रेड प्राइवेट लिमिटेड तथा मेसर्स द्वारिकाधीश उद्योग प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर बैंक ऑफ इंडिया के साथ-साथ यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (अब पंजाब नेशनल बैंक में विलय) को 75 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की है। ज्ञान प्रकाश सरावगी ने अपने सहयोगियों की मदद से बैंक ऑफ इंडिया की विभिन्न शाखाओं के साथ-साथ यूनाइटेड बैंक (अब पंजाब नेशनल बैंक) से संपर्क किया और इन कंपनियों के नाम पर ऋण स्वीकृत कराया।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.