दुनिया में अव्वल है भारतीय मौसम पूर्वानुमान प्रणाली

हमारा मौसम पूर्वानुमान अवलोकन पर निर्भर है। यदि निरीक्षण करने की क्षमता बढ़ा दी जाए तो मौसम की जानकारी अधिक सटीक हो सकती है। इसलिए अधिक अवलोकन प्रणालियां स्थापित करके इस क्षमता को बढ़ाया जा रहा है।

156

भू- विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को कहा कि भारत की मौसम पूर्वानुमान प्रणालियां दुनिया भर की सभी प्रणालियों से बेहतर हैं। मौसम विभाग की मौसम को लेकर की जाने वाली पूर्वानुमान की सटीकता में भी सुधार हुआ है।

बुधवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में किरेन रिजिजू ने कहा कि हमारा मौसम पूर्वानुमान अवलोकन पर निर्भर है। यदि निरीक्षण करने की क्षमता बढ़ा दी जाए तो मौसम की जानकारी अधिक सटीक हो सकती है। इसलिए अधिक अवलोकन प्रणालियां स्थापित करके इस क्षमता को बढ़ाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि साल 2013 में डॉप्लर राडार की संख्या सिर्फ 15 थी, जिसे बढ़ा कर 35 कर दिया गया है और अगले तीन सालों में देश में डॉप्लर राडार की संख्या 35 से बढ़ाकर 68 की जाएगी। किरेन रिजिजू ने कहा कि हम आपदाओं को रोक नहीं सकते लेकिन मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करके उसके असर को कम कर सकते हैं। मौसम के पूर्वानुमान में सुधार की वजह से प्राकृतिक आपदाओं से संबंधित मृत्यु दर में कमी आई है।

यह भी पढ़ें – ब्रजेश्वरी से लोपा गांव की सड़क पर गड्ढा राज, 12 गांवों का दर्द कौन सुनेगा?

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.