शिमला में इनके हवाले यातायात व्यवस्था, तीन घंटे के मिलेंगे 100 रुपये! शर्तें लागू

18 वर्ष से 30 वर्ष तक कि आयु के युवा यातायात स्वयंसेवक बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए इस शर्त का पालन करना होगा।

118

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में सड़कों पर लगने वाले जाम से लोगों को छुटकारा दिलाने के लिए पुलिस यातायात स्वयंसेवकों को तैनात करेगी। ये स्वयंसेवक जाम को नियंत्रित करने में पुलिस की मदद करेंगे। शहर के उन क्षेत्रों में यातायात स्वयंसेवकों को तैनात किया जाएगा, जहां रोजाना जाम की समस्या रहती है। खास बात ये है कि इन यातायात स्वयंसेवकों को पारिश्रमिक भी दिया जाएगा।

पुलिस के अनुसार एक दिन में तीन घंटे यातायात स्वयंसेवक से काम लिया जाएगा। इसकी एवज में इन्हें 100 रुपये प्रतिदिन का पारिश्रमिक मिलेगा। इस तरह प्रत्येक स्वयंसेवक को एक महीने का तीन हज़ार पारिश्रमिक दिया जाएगा। पुलिस में स्वयंसेवक बनने वालों को अनुभव प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। तैनाती देने से पूर्व युवाओं को पुलिस प्रशिक्षित करेगी। इन्हें बताया जाएगा कि किस तरह से यातायात काे नियंत्रित किया जाता है।

शिमला पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि 18 वर्ष से 30 वर्ष तक कि आयु के युवा यातायात स्वयंसेवक बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आवेदनकर्ता का 12वीं पास होना अनिवार्य है। प्रति दिन का 100 रुपये पुलिस देगी। 3 घंटे तक रोजाना पुलिस इनकी मदद लेगी।

प्रवक्ता ने कहा कि इच्छुक व्यक्ति एसपी कार्यालय या ट्रैफिक कंट्रोल रूम से इसके लिए फार्म ले सकता है। इसके अलावा https:it.ly/trafficvolunteerform पर लाग इन कर फार्म डाउनलोड कर सकते हैं। 25 मई तक इसे ट्रैफिक कंट्रोल रूम या एसपी आफिस में जमा करवाना होगा। एनएसएस और एनसीसी वॉलेंटियर को तैनाती में प्राथमिकता दी जाएगी।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.