छत्तीसगढ़ में आत्मसमर्पण करनेवाले 15 जोड़े नक्सली 14 फरवरी, वैलेंटाइन डे पर शादी के बंधन में बंध गए। पुलिस प्रशासन की कोशिश से दंतेवाड़ा में इस तरह का आयोजन पहली बार किया गया। सामूहिक विवाह कार्यक्रम की खास बात यह रही कि इस शादी में पुलिस परिवार बाराती की भूमिका में था।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत इस अनूठी शादी का आयोजन किया गया। महिला व बाल विकास विभाग को यह जिम्मेदारी दी गई थी। दंतेवाड़ा, पुलिस लाइन में इस सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। इन सभी 15 जोड़ों ने समर्पण किया था। एसपी ने बताया कि इनमें से कई ऐसे थे, जिन्हें पहले से ही प्यार था। लेकिन इन्हें शादी करने की इजाजत नहीं थी। अब ये शादी कर चैन की जिंदगी बिता सकेंगे।
25 हजार के उपहार और 10 हजार रुपए नकद दिए गए
इस शादी में सभी दंपति को महिला व बाल विकास विभाग की ओर से 35 हजार रुपए तक के उपहार दिए गए। उनमें 25 हजार के दैनिक जीवन में उपयोग होनेवाले समान आलमारी, पलंग, बर्तन, ड्रेसिंग टेबल आदि शामिल थे। इसके साथ ही 10 हजार रुपए नकद दिए गए।
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पारंपरिक रीति- रिवाज से हुई शादी
पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि दंतेवाड़ा में आयोजित इस सामूहिक विवाह समारोह में पारंपरिक रीति- रिवाज से शादियां संपन्न हुईं। नक्सलियों के लिए बनाए गए शांति कुंज आवासीय परिसर से बारात निकाली गई, जो हेलीपैड तक गई। इस शादी में पुलिस परिवार शरीक हुए और दुल्हा-दूल्हन को अपना आशीर्वाद दिया।