Rajya Sabha: भाजपा के पास सबसे ज्यादा सीटें; जानिये, राज्यसभा में एनडीए की कितनी बढ़ी शक्ति

राज्यसभा की वर्तमान संख्या के अनुसार सदस्यों की संख्या 240 है। भारत के संविधान के अनुसार, राज्यसभा में 238 सदस्य और 12 राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त सांसद, कुल 250 सदस्य हैं।

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Rajya Sabha चुनाव में भारतीय जनता पार्टी(Bharatiya Janata Party) ने इंडी गठबंधन (INDI Alliance) के घटक दलों को हराकर सबसे ज्यादा 30 सीटों पर जीत हासिल(won on 30 seats) की है। अब संसद के उच्च सदन में बीजेपी की ताकत 97(BJP’s strength in upper house of parliament is 97) हो गई है, जबकि एनडीए के सदस्यों की संख्या 117 हो गई है। फिलहाल राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा 121(Magical figure 121 in Rajya Sabha) है। तो अब एनडीए बहुमत से सिर्फ 4 कदम दूर है।

15 राज्यों की 56 सीटों पर चुनाव
भारतीय निर्वाचन आयोग ने 15 राज्यों की 56 सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की थी। इसमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश की 10 सीटें शामिल थीं। इसके बाद महाराष्ट्र और बिहार में 6-6, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 5-5, कर्नाटक और गुजरात में 4-4, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और राजस्थान में 3-3 तथा उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और छत्तीसगढ़ में एक-एक सीट पर चुनाव हुए।

इंडी गठबंधन के विधायकों को भी मोदी पर विश्वास
राज्यसभा चुनाव के नतीजे से पता चलता है कि इंडी गठबंधन के घटक दलों के विधायकों को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर भरोसा है। इस वजह से इन विधायकों ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों को वोट देने के बजाय नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद प्राप्त उम्मीदवारों को अपना वोट दिया है।

सपा और कांग्रेस के विधायकों को पार्टियों पर भरोसा नहीं
राज्यसभा चुनाव में दो राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में जमकर क्रॉस वोटिंग हुई। इस कारण भाजपा को हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में एक-एक अतिरिक्त सीट मिल गई। उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस और सपा विधायकों ने जमकर क्रॉस वोटिंग कीष इससे बीजेपी को फायदा हुआष खास बात यह है कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और सपा विधायक क्रॉस वोटिंग कर चुके हैं। इस स्थिति में लोकसभा चुनाव की तस्वीर कैसी होगी? इस पर सभी का ध्यान है।

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बीजेपी ने 56 में से 30 सीटें जीतीं
56 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव की घोषणा की गई। इनमें से अधिकतर सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की है। बीजेपी ने सबसे ज्यादा 30 सीटें जीती हैं। इनमें से 20 सांसद निर्विरोध चुने गए हैं। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश ने एक-एक और सांसद चुना है। हिमाचल प्रदेश में बीजेपी उम्मीदवार को हराने के लिए कांग्रेस ने तमाम हथकंडे अपनाए थे। मोदी के दृष्टिकोण में विश्वास करने वाले छह कांग्रेस विधायकों ने भाजपा के हर्ष महाजन को वोट दिया। इस तरह से बीजेपी के कुल 30 सांसद चुने गए हैं।

राज्यसभा में बीजेपी बड़ा भाई
राज्यसभा चुनाव के बाद बीजेपी और बीजेपी के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन उच्च सदन में बहुमत के पास पहुंच गया है। बीजेपी के पास 97 सदस्य हैं। इस तरह राज्यसभा में एनडीए सांसदों की संख्या 117 पहुंच गई है। वर्तमान में राज्यसभा में 240 सदस्य हैं। ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 121 होगा। बेशक एनडीए अब बहुमत के आंकड़े से केवल चार पीछे है। अकेले बीजेपी की संख्या 97 हो गई है। इसमें 5 नामांकित सदस्य हैं। कांग्रेस 29 सांसदों के साथ दूसरे नंबर पर है।

56 सीटों पर चुनाव परिणाम
इस चुनाव में बीजेपी को 30, कांग्रेस को 9, तृणमूल कांग्रेस को 4, वाईएसआर कांग्रेस को 3, राजद को 2, बीजेडी को 2, सपा को 2, एनसीपी को 1, शिवसेना को 1, भारत राष्ट्र समिति को 1 और जेडीयू को 1 सीट मिली है। इनमें से 41 सांसद निर्विरोध चुने गए हैं।

27 फरवरी को हुए मतदान के बाद बीजेपी 97 सदस्यों के साथ राज्यसभा में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। इसके बाद कांग्रेस के 29, तृणमूल कांग्रेस के 13, डीएमके और आप के 10-10, बीजेडी और वाईएसआरसीपी के 9-9, बीआरएस के 7, राजद के 6, सीपीएम के 5 और एआईएडीएमके और जेडीयू के 4-4 सदस्य हो गए हैं।

पूर्व में ऐसी थी स्थिति
वर्तमान में राज्यसभा की कुल सदस्य संख्या 240 है। इन 56 सीटों पर हुए चुनाव से पहले बीजेपी 93 सदस्यों के साथ सबसे बड़ी पार्टी थी, जबकि कांग्रेस 30 सदस्यों के साथ दूसरे नंबर पर थी। अब बीजेपी के 30 सीटें जीतने से बीजेपी की ताकत 97 हो गई है, जबकि कांग्रेस की ताकत घटकर 29 रह गई है।

राज्यसभा चुनाव के बाद एनडीए की संख्या 117 हो गई है, इसलिए सरकार को कोई भी बिल पास कराने में ज्यादा दिक्कत नहीं होगी। इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी इंडी गठबंधन का घटक थी। इसके अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी और वाईएसआर कांग्रेस का रुख तटस्थ था। लेकिन, अब जेडीयू एनडीए के साथ आ गयी है। इसके अलावा ओडिशा के मुख्यमंत्री बीजेडी, टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस भी बीजेपी के साथ आ गए हैं। इससे अब सरकार अगर राज्यसभा में कोई बिल पास कराना चाहेगी तो उसे ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी।

राज्य सभा के सदस्यों की संख्या कितनी है?
राज्यसभा की वर्तमान संख्या के अनुसार सदस्यों की संख्या 240 है। भारत के संविधान के अनुसार, राज्यसभा में 238 सदस्य और 12 राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त सांसद, कुल 250 सदस्य हैं। हालांकि, वर्तमान सदस्यता 245 है, जिसमें 233 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं और 12 राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किए जाते हैं। इनमें जम्मू-कश्मीर की चार सीटें खाली हैं। राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त सांसद की एक सीट भी खाली है। इसलिए, यदि सदस्यों की संख्या 240 तय की जाती है, तो 121 बहुमत का आंकड़ा बन जाता है। फिलहाल एनडीए के पास 117 राज्यसभा सदस्य हैं।

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