PM Modi आज से आंध्र प्रदेश और केरल के दौरे पर, विभिन्न परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे

इन तीन परियोजनाओं के चालू होने से देश की जहाज निर्माण और मरम्मत क्षमताओं के साथ-साथ अनुषंगी उद्योगों सहित ऊर्जा संबंधी बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा मिलेगा। ये परियोजनाएं निर्यात-आयात व्यापार को बढ़ावा देंगी

151

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) आज और कल (16-17 जनवरी) आंध्र प्रदेश और केरल (Andhra Pradesh and Kerala) के दौरे (visit) पर रहेंगे। इस दौरान पीएम मोदी ((PM Modi) ) विभिन्न परियोजनाएं (various projects) राष्ट्र को समर्पित करेंगे। पीआईबी की विज्ञप्ति के अनुसार, वे आज अपराह्न करीब 3:30 बजे आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साईं जिले के पलासमुद्रम पहुंचेंगे और राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स अकादमी (NACIN) के नए परिसर का उद्घाटन (Inauguration) करेंगे। वे भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) के 74वें और 75वें बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों के साथ-साथ रॉयल सिविल सर्विस ऑफ भूटान के प्रशिक्षु अधिकारियों के साथ भी बातचीत करेंगे।

महत्वपूर्ण अवसंरचना परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन
अगले दिन प्रधानमंत्री मोदी सुबह करीब 07:30 बजे केरल के गुरुवयूर मंदिर में पूजा-अर्चना और दर्शन करेंगे। वो सुबह करीब 10:30 बजे त्रिप्रयार श्री रामास्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना और दर्शन करेंगे। इसके बाद, दोपहर करीब 12 बजे बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग क्षेत्र से संबंधित महत्वपूर्ण अवसंरचना परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।

पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की पहल
पीआईबी के अनुसार, कोच्चि यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 4,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की तीन प्रमुख अवसंरचना परियोजनाओं अर्थात कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल) में न्यू ड्राई डॉक (एनडीडी), सीएसएल की इंटरनेशनल शिप रिपेयर फैसिलिटी (आईएसआरएफ) और पुथुवाइपीन (कोच्चि) में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के एलपीजी आयात टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे। ये प्रमुख अवसंरचना परियोजनाएं भारत के पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग क्षेत्र में पूरी तरह बदलाव लाने और इसका क्षमता निर्माण करने और इसे आत्मनिर्भर बनाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं।

सीएसएल के मौजूदा परिसर में लगभग 1,800 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित न्यू ड्राई डॉक, नए भारत के इंजीनियरिंग कौशल को दर्शाने वाली एक प्रमुख परियोजना है। यह 75/60 मीटर की चौड़ाई, 13 मीटर की गहराई और 9.5 मीटर तक के ड्राफ्ट सहित अपनी तरह का विशिष्ट 310 मीटर लंबा सीढ़ीदार ड्राई डॉक इस क्षेत्र के सबसे बड़े समुद्री बुनियादी ढांचों में से एक है।

निर्यात-आयात व्यापार को बढ़ाएंगी ये परियोजनाएं
कोच्चि के पुथुवाइपीन में लगभग 1,236 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इंडियन ऑयल का एलपीजी आयात टर्मिनल अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है। 15400 मीट्रिक टन भंडारण क्षमता से युक्त यह टर्मिनल क्षेत्र के लाखों घरों और व्यवसायों के लिए एलपीजी की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। यह परियोजना सभी के लिए सुलभ और किफायती ऊर्जा सुनिश्चित करने की दिशा में भारत के प्रयासों को और मजबूत करेगी। इन तीन परियोजनाओं के चालू होने से देश की जहाज निर्माण और मरम्मत क्षमताओं के साथ-साथ अनुषंगी उद्योगों सहित ऊर्जा संबंधी बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा मिलेगा। ये परियोजनाएं निर्यात-आयात व्यापार को बढ़ावा देंगी, लॉजिस्टिक्स लागत कम करेंगी, आर्थिक विकास को गति देंगी, आत्मनिर्भरता का निर्माण करेंगी तथा अनेक घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार अवसरों का सृजन करेंगी।

यह भी पढ़ें – Sanatan Dharma: मंत्री उदयनिधि को पटना कोर्ट ने भेजा समन, फिर गरमाया सनातन धर्म का मामला

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.