Punjab: चार बार की सांसद परनीत कौर भाजपा में शामिल, जानिये अब तक का राजनीतिक सफर

 भाजपा में शामिल होने और अपनी पटियाला सीट से फिर से चुनाव लड़ने के लिए तैयार परनीत कौर को इस बार कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।

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Punjab:निलंबित कांग्रेस सांसद और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह(Suspended Congress MP and former Punjab Chief Minister Captain Amarinder Singh) की पत्नी परनीत कौर 14 मार्च को औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल(Preneet Kaur formally joins BJP on March 14) हो गईं। वह भाजपा उम्मीदवार के रूप में परिवार के गढ़ पटियाला लोकसभा सीट(Patiala Lok Sabha seat) से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।

 भाजपा में शामिल होने और अपनी पटियाला सीट से फिर से चुनाव लड़ने के लिए तैयार परनीत कौर को इस बार कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।

कांग्रेस ने किया था निलंबित
चार बार की सांसद और पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कौर (79) को पिछले साल फरवरी में अपने पति की मदद करने के लिए कांग्रेस ने निलंबित कर दिया था। उनके पति अमरिंदर सिंह ने सीएम पद से हटाए जाने के बाद कांग्रेस छोड़ दी थी और पंजाब लोक का गठन किया था। बाद में उन्होंने अपनी पार्टी को बीजेपी में विलय कर दिया था।

महुआ के खिलाफ किया था मतदान
लोकसभा एथिक्स पैनल में एकमात्र विपक्षी सांसद कौर ने तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कैश-फॉर-क्वेरी मामले में उनके निष्कासन का समर्थन करते हुए सरकार के पक्ष में मतदान किया था।

ऐसा रहा है राजनीतिक सफर
-शिमला के सेंट बेडे कॉलेज की पूर्व छात्रा, कौर पंजाब के पूर्व मुख्य सचिव और ब्रिटिश काल के भारतीय सिविल सेवा (आईसीएस) अधिकारी ज्ञान सिंह काहलों की बेटी हैं।

-अक्टूबर 1964 में उनकी शादी पटियाला के पूर्व शाही परिवार के वंशज कैप्टन अमरिन्दर से हुई।

-1999 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर पटियाला लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। उसके बाद उन्होंने विकलांग बच्चों के लिए संजीवनी नामक एक एनजीओ चलाया।

-कौर ने तब से चार बार इस सीट से जीत हासिल की हैं।

-2014 में वह आम आदमी पार्टी (आप) के धर्मवीरा गांधी से हार गई थीं।

-2014 में जब कैप्टन अमरिन्दर ने अमृतसर लोकसभा सीट से जीत हासिल की और अपना पटियाला (शहरी) विधानसभा क्षेत्र खाली कर दिया, तब कौर ने उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल की।

 जमीन से जुड़ी नेता
कौर को मृदुभाषी और अपने लोकसभा क्षेत्र में जमीन से जुड़ी नेता मानी जाती हैं। वह लोगों को उनके नाम से जानती हैं और पार्टी नेताओं तथा कार्यकर्ताओं के परिवार के सदस्यों की शादियों और अन्य समारोहों में भाग लेती हैं। यह अमरिंदर के विपरीत है, जिन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा पहुंच से बाहर के रूप में देखा जाता है।

स्विस बैंक में खाते रखने के लिए आयकर ने जारी किया था नोटिस
2014 में, जब अमरिंदर सिंह कांग्रेस में थे, कौर को कथित तौर पर स्विस बैंक में खाते रखने के लिए आयकर नोटिस मिला था। उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया था। 2019 के चुनावों से पहले, उन्होंने 82 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की।

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कड़ी चुनौती मिलने के आसार
कौर को इस बार पटियाला से चुनौती मिलने की संभावना है, क्योंकि उनके सबसे करीबी सहयोगी और पूर्व विधायक हरदियाल सिंह कंबोज अभी भी कांग्रेस में हैं। कम्बोज ने अतीत में उनके सभी अभियानों को संभाला है।उन्हें सीट के जाट-बहुल क्षेत्रों में वोटों को मजबूत करने में एक कठिन कार्य का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि जिन किसानों को अब निरस्त कृषि कानूनों के खिलाफ 2022 के आंदोलन के दौरान अमरिंदर से मदद मिली थी, उन्हें भाजपा उम्मीदवार के रूप में समर्थन मिलने की संभावना नहीं है।

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