वित्त मंत्रालय में ‘हलवा’ समारोह… जानिये क्या है बजट में इसके मायने?

वित्त मंत्रालय द्वारा बजट का निर्माण और उसकी छपाई एक अत्यंत गोपनीय प्रक्रिया है। इस कार्य में कर्मचारी अत्यंत सावधानी बरतते हैं। जिससे बजट संसद में प्रस्तुत करने के पहले लीक न हो।

69

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हलवा समारोह मे हिस्सा लिया। इस समारोह के साथ ही बजट के अंतिम चरण की शुरूआत भी हो गई। यह प्रथा 70 साल पुरानी है। इसे बजट प्रक्रिया के अंतिम चरण का श्रीगणेश माना जाता है।

29 जनवरी को केंद्रीय बजट संसद में पेश किया जाएगा। इसके लिए नॉर्थ ब्लॉक (वित्त मंत्रालय) में महीनों पहले से कार्य शुरू हो जाता है। इस बार कोविड-19 महामारी के कारण इस पूरी प्रक्रिया में कई बंदिशें बरती गई हैं। इस बीच अंतिम दस दिनों के कार्य की शुरूआत नॉर्थ ब्लॉक में हो चुकी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हलवा समारोह में हिस्सा लिया।

ये भी पढ़ें – स्वतंत्रता के बाद दूसरी बार बजट में होगा ऐसा… जानें कारण?

क्या है हलवा समारोह?

वित्त मंत्रालय का कार्यालय नॉर्थ ब्लॉक में स्थित है। यहां केंद्रीय बजट के प्रिंटिंग का कार्य लगभग दस दिन पहले से शुरू हो जाता है। इसकी शुरुआत हलवा समारोह से होती। इसमें वित्त मंत्री और उनके मंत्रालय के कर्मचारी हिस्सा लेते हैं। ये कर्मचारी इसके बाद मंत्रालय में स्थित प्रिंटिंग प्रेस में रुक जाते हैं और जब तक बजट पूर्णरूप से प्रिंट होकर तैयार नहीं होता और संसद में पेश करने के लिए नहीं भेजा जाता। तब तक ये कर्माचारी वहीं रहते हैं। इस दौरान उनका बाहरी दुनिया से कोई संपर्क नहीं रहता। इसके पीछे कारण है कि इस प्रक्रिया में गोपनीयता का पालन किया जाए।

ये भी पढ़ें – सीमा की सुरंगें क्या कहती हैं?

वैसे इस प्रथा कि शुरुआत कब हुई इसका पता नहीं है लेकिन पिछले 70 वर्षों से वित्त मंत्रालय में ये नियमित रूप से चलता रहा है। इसके पीछे कारण है कि भारतीय संस्कृति में किसी भी कार्य की शुरुआत मीठे से होती है।

 

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.