मां काली पर विवादित टिप्पणीः टीएमसी के निंदा करने पर महुआ मोइत्रा ने उठाया ऐसा कदम

तृणमूल सांसद ने 5 जुलाई को कहा कि उन्हें एक व्यक्ति के रूप में देवी काली को मांस खाने वाली और शराब स्वीकार करने वाली देवी के रूप में कल्पना करने का पूरा अधिकार है।

87

मां काली को शराबी और मांसाहारी कहने वाली तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के बयान पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से असहमति जताये जाने के बाद महुआ ने ट्विटर पर अपनी ही पार्टी को अनफॉलो कर दिया है। इसे लेकर नए राजनीतिक कयास भी लगाए जाने लगे हैं। हालांकि, वह अभी भी तृणमूल सुप्रीमो और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फॉलो कर रही हैं।

तृणमूल सांसद ने 5 जुलाई को कहा कि उन्हें एक व्यक्ति के रूप में देवी काली को मांस खाने वाली और शराब स्वीकार करने वाली देवी के रूप में कल्पना करने का पूरा अधिकार है, क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति को अपने तरीके से देवी-देवताओं की पूजा करने का अधिकार है। उल्लेखनीय है कि सत्तारूढ़ तृणमूल ने बकायदा बयान जारी कर उनकी इस टिप्पणी से खुद को अलग करते हुए महुआ के बयान की निंदा की थी

ये भी पढ़ें – अब शिवसेना पर कब्जा जमाने की तैयारी, शिंदे गुट के विधायक ने किया यह दावा

महुआ अपने बयान पर कायम
महुआ मोइत्रा अपने बयान पर कायम हैं। अपने बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए महुआ ने कहा है कि लोगों को अपने देवी-देवताओं की कल्पना करने का अधिकार है। उन्होंने कहा, “मेरे लिए, देवी काली एक मांस खाने वाली और शराब स्वीकार करने वाली देवी हैं। यदि आप तारापीठ (पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में एक प्रमुख शक्ति पीठ) जाते हैं, तो आप साधुओं को धूम्रपान करते देखेंगे। मैं, हिंदू हूं और मेरे धर्म के भीतर, एक काली उपासक होने के नाते, मुझे इस तरह से काली की कल्पना करने का अधिकार है, यही मेरी स्वतंत्रता है।”

इस सवाल पर महुआ ने की थी टिप्पणी
मोइत्रा ने यह बात उस फिल्म के बारे में पूछे जाने पर कही, जिसमें देवी काली को धूम्रपान करते हुए पोस्टर लगाने के बाद विवाद खड़ा कर दिया था।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.