कांग्रेस नेता ने माना हिंदुओं को अपमानित करने की होड़, स्टालिन की‌ औलाद पर पार्टी में विद्रोह

आचार्य प्रमोद के इस बयान के बाद पार्टी में विद्रोह की संभावना है। मुंबई में पार्टी नेता नाना पटोले ने भी उदयनिधि के बयान का समर्थन नहीं किया है।

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तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को लेकर दिए गए बयान पर देश भर में तीव्र प्रतिक्रिया हुई है। यहां तक की विपक्षी दलों के गठबंधन आई.एन.डी.आई.ए. में शामिल कांग्रेस नेता भी उदयनिधि के बयान की खुलकर आलोचना कर रहे हैं। कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने कहा है, “नेताओं के बीच हिंदुओं को गाली देने की होड़ लगी है। 1000 साल से ‘सनातन धर्म’ को मिटाने की कोशिशें हो रही हैं। कोई नहीं मिटा सका।”

आचार्य प्रमोद के इस बयान के बाद पार्टी में विद्रोह की संभावना है। मुंबई में पार्टी नेता नाना पटोले ने उदयनिधि के बयान का समर्थन नहीं किया है। उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी किसी की भावनाओं को आहत करने या ठेस पहुंचाने के पक्ष में नहीं है। फिलहाल पार्टी के अन्य नेताओं का बयान नहीं आया है। लेकिन समझा जा रहा है कि इस बयान पर पार्टी में विद्रोह हो सकता है।

हिंदू धार्मिक नेताओं ने भी की निंदा
कई हिंदू धार्मिक नेताओं ने भी 3 सितंबर को “सनातन धर्म” पर तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान की कड़ी निंदा की।

हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि
हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि सनातन धर्म सदियों से अस्तित्व में है और रहेगा। उन्होंने कहा, ” आई.एन.डी.आई.ए. गठबंधन से जुड़े लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नहीं लड़ रहे हैं। वे ‘सनातन धर्म’ से लड़ रहे हैं। उनका उद्देश्य ‘सनातन धर्म’ को खत्म करना है।हम कभी भी स्टालिन की विचारधारा को निशाना नहीं बनाते हैं या ईसाई धर्म या इस्लाम पर टिप्पणी नहीं करते हैं, तो वे ‘हिंदू सनातन’ को क्यों निशाना बना रहे हैं?”

चिलकुर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी रंगराजन
चिलकुर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी रंगराजन ने कहा कि उन्होंने उदयनिधि स्टालिन का बयान देखा है। उन्होंने कहा, “सबसे पहले, वे एक संवैधानिक पद पर हैं। उन्हें बकवास या इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए।”

राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास
राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा, ”सनातन धर्म को किसी भी कीमत पर खत्म नहीं किया जा सकता। सनातन धर्म सदियों से अस्तित्व में है और रहेगा। वह (उदयनिधि स्टालिन) सनातन धर्म का वास्तविक अर्थ नहीं समझते हैं, वह जो भी कह रहे हैं वह बिल्कुल गलत है।”

 उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ शिकायत दर्ज
सर्वोच्च न्यायालय के वकील विनीत जिंदल ने विवादास्पद बयान को लेकर उदयनिधि के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पेशे से वकील जिंदल ने दावा किया है कि उदयनिधि ने एक भाषण में सनातन धर्म के खिलाफ उत्तेजक, भड़काऊ, अपमानजनक और उकसाने वाला बयान दिया है। जिंदल ने कहा, “एक हिंदू और सनातन धर्म का अनुयायी होने के नाते, उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को खत्म करने और सनातन की तुलना मच्छरों, डेंगू, कोरोना और मलेरिया से करने के बयान से मेरी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।”

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उदयनिधि स्टालिन ने क्या कहाः
यह आरोप लगाते हुए कि सनातन धर्म समानता और सामाजिक न्याय के खिलाफ है, डीएमके युवा विंग के सचिव और तमिलनाडु के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे, ने कहा है कि इसे खत्म किया जाना चाहिए। उन्होंने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया, डेंगू वायरस से होने वाले बुखार और मच्छरों से करते हुए कहा कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं, बल्कि उन्हें नष्ट कर देना चाहिए।

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