राजस्थान में सड़क परियोजनाओं की बयार, इन क्षेत्रों में आएगी आर्थिक बहार

आज 1850 करोड़ रुपये लागत वाली और कुल 221 किमी लंबी 7 परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया गया। ये परियोजनाएं प्रसिद्ध धार्मिक स्थल नाथद्वारा से उदयपुर हवाई अड्डे तक सीधा संपर्क उपलब्ध कराएंगी।

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केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज राजस्थान के प्रतापगढ़ में 5600 करोड़ रुपये की लागत वाली 11 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। राजस्थान में कुल 219 किलोमीटर लंबाई और 3,775 करोड़ रुपये की लागत वाली चार राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया। अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के नेतृत्व में देश ने विकास के नये आयामों को छुआ है, जिसकी चर्चा विदेशों में भी छाई रहती है। आज भारत विश्व के अग्रणी देशों में है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति उसकी जाति से बड़ा नहीं होता है, उसके गुणों से बड़ा होता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने राजस्थान में भी विकास की गंगा बहाई है। राजस्थान में करीब 3 लाख करोड़ रुपये का हाइवे बन रहा है।

राष्ट्रीय राजमार्ग 48 पर किशनगढ़ से गुलाबपुरा खंड तक 6-लेन की परियोजना से अजमेर और भीलवाड़ा जिलों के आर्थिक और सामाजिक विकास को गति मिलेगी। गुलाबपुरा से चित्तौड़गढ़ खंड को 6-लेन का बनाने से भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिलों के उदयपुर, जयपुर और कोटा क्षेत्र का परस्पर संपर्क मजबूत होगा। फतहनगर में राष्ट्रीय राजमार्ग 162ए पर 4-लेन आरओबी के निर्माण से रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिलेगी।

सीआरआईएफ के तहत मंडरायल में आज चम्बल नदी पर ऊंचाई वाले पुल (या हाई लेवल ब्रिज) के निर्माण का शुभारम्भ किया गया। इस पुल के निर्माण से राजस्थान के मंडरायल, करौली और मध्य प्रदेश के सबलगढ़ के बीच कनेक्टिविटी बनी रहेगी। कार्यक्रम के दौरान राजस्थान में सीआरएफ के तहत 2250 करोड़ की लागत से 74 परियोजनाओं को मंजूरी की घोषणा भी की गई। इन परियोजनाओं पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।

आज 1850 करोड़ रुपये लागत वाली और कुल 221 किमी लंबी 7 परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया गया। ये परियोजनाएं प्रसिद्ध धार्मिक स्थल नाथद्वारा से उदयपुर हवाई अड्डे तक सीधा संपर्क उपलब्ध कराएंगी। प्रतापगढ़ बाइपास के निर्माण से शहर के अंदर यातायात का बोझ कम होगा। रास से ब्यावर तक सड़क बनने से भीलवाड़ा की ओर जाने वाले वाहनों को सुविधा होगी।

डूंगरपुर, उदयपुर और बांसवाड़ा क्षेत्र के जनजातीय इलाकों को बेहतर संपर्क उपलब्ध होगा। सांगवाड़ा और गढ़ी में बाइपास बनने से डूंगरपुर-बांसवाड़ा की दूरी 10 किमी कम हो जाएगी। ब्यावर-गोमती मार्ग पर टॉडगढ़ वन्यजीव अभयारण्य में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए 13 एनिमल अंडरपास बनाए जाएंगे।

इस कार्यक्रम के दौरान राजस्थान में सीआरएफ के तहत 2250 करोड़ की लागत से 74 परियोजनाओं को मंजूरी की घोषणा भी की गई। इन परियोजनाओं पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।

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