उत्तराखंड भूस्खलन हादसे में लापता 20 लोगों का नहीं मिला कोई सुराग, ऐसे की जा रही है खोजबीन

रुद्रप्रयाग बाइपास से नरकोटा और धारी देवी से श्रीनगर डैम तक चलाए गए रेस्क्यू सर्च अभियान के बाद लापता हुए 20 लोगों में से किसी का भी अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।

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उत्तराखंड के केदारनाथ यात्रा पड़ाव के मुख्य मार्ग गौरीकुंड की डाटपुलिया के समीप चार दिन पूर्व हुए भूस्खलन हादसे में लापता हुए 23 लोगों में से अभी तक केवल तीन लोगों के ही शव मिल सके हैं, जबकि 20 लोगों का चौथे दिन भी कुछ नहीं पता चल सका है। इन लापता लोगों की खोज को लेकर अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों में सर्च रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है, फिर भी कहीं से भी सफलता हाथ नहीं लग रही है।

23 लोग हुए थे लापता
रुद्रप्रयाग बाइपास से नरकोटा और धारी देवी से श्रीनगर डैम तक चलाए गए रेस्क्यू सर्च अभियान के बाद लापता हुए 20 लोगों में से किसी का भी अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। भूस्खलन की घटना के बाद से 23 लोग लापता हुए थे, जिनमें से तीन लोगों के शव बरामद हुए थे। इसके बाद उनकी शिनाख्त भी हो गई थी। हालांकि अन्य बीस लोगों की खोज के लिए रविवार तीसरे दिन आपदा प्रबंधन टीमों का सर्च अभियान जारी रहा, लेकिन देर शाम तक भी कोई सुराग नहीं लग सका।

केदार घाटी में मातम
गौरतलब है कि 3 अगस्क की आधी रात के करीब गौरीकुंड बाजार से कुछ दूरी पर डाट पुलिया के समीप भारी भरकम चट्टान टूटने से 23 लोग मंदाकिनी नदी में समा गये थे और यहां स्थित तीन दुकानों के भीतर सो लोग भी पहाड़ी से टूटी चट्टान के साथ सीधे मंदाकिनी नदी में जा गिरे थे। घटना के बाद से केदार घाटी में मातम छाया हुआ है और लापता लोगों की खोजबीन की जा रही है। इसको लेकर मंदाकिनी और अलकनंदा नदियों में रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है जबकि, गौरीकुंड मंदाकिनी नदी में जहां पर दुकानों का मलबा गिरा है, वहां भी मलबे को साफ करके शवों की खोज की जा रही है।

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सर्च ऑपरेशन जारी
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि आपदा प्रबंधन टीमों के साथ ही पुलिस थाना चौकियों और फायर सर्विस ने अपने-अपने क्षेत्रों में सर्च रेस्क्यू अभियान चलाया। इसके साथ ही संदिग्ध स्थानों पर ड्रोन कैमरे से भी सर्च अभियान चलाया जा रहा है। धारी देवी से कुंड बैराज तक सर्च रेस्क्यू व खोजबीन अभियान चलाया गया। टीमों की ओर से विषम परिस्थितियों मे सर्च रेस्क्यू व खोजबीन कार्य किया जा रहा है, लेकिन टीमों को अभी तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। सर्च रेस्क्यू एवं खोजबीन अभियान में डीडीआरफ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ, पुलिस, फायर सर्विस तथा जिला प्रशासन की टीमें शामिल हैं।

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