मणिपुर वीडियो मामले में दो गिरफ्तार, मुख्य आरोपी भी शामिल

मणिपुर में 3 मई को कुकी समाज के कई संगठनों ने मैतेई को एसटी का दर्जा देने के मुद्दे पर प्रदर्शन किया था। इसके बाद से ही हिंसा की शुरुआत हुई थी।

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मणिपुर में युवतियों के साथ कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म कर उन्हें नग्न कर सड़कों पर घुमाने का वीडियो वायरल होने के बाद राजनीति गरमा गई है। मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के कड़े रुख के बाद इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 19 जुलाई की रात मुख्यमंत्री से बात की थी और घटना में शामिल किसी को भी न बख्शने को कहा था।

पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक व्यक्ति को धोउबल जिला से गिरफ्तार किया गया है। संदिग्ध की पहचान 32 साल के हेराडास के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए दूसरे व्यक्ति के नाम का पुलिस ने अभी तक खुलासा नहीं किया है। आरोप है कि हेराडास ने ही घटना का वीडियो वायरल किया था। इस घटना के सामने आने के बाद पूरे देशभर में गुस्से और निंदा की लहर है।

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मुख्यमंत्री ने दिया सख्त आदेश
इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने इस दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना में शामिल उपद्रवियों को गिरफ्तार करने और कड़ी सजा देने का आदेश दिया था। इस संबंध में 20 जुलाई को राज्य के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने बताया कि मणिपुर पुलिस ने घटना को बहुत गंभीरता से लिया है और अपहरण, सामूहिक बलात्कार तथा हत्या का मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस घटना को ‘निम्नतम स्तर पर अमानवीय’ बताते हुए गहरी चिंता व्यक्त की और आश्वासन दिया कि दोषियों को न्याय के दायरे में लाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।

यहां से शुरू हुई थी प्रदर्शन और हिंसा
दरअसल, मणिपुर में 3 मई को कुकी समाज के कई संगठनों ने मैतेई को एसटी का दर्जा देने के मुद्दे पर प्रदर्शन किया था। इसके बाद से ही हिंसा की शुरुआत हुई थी। बताया गया है कि गत 4 मई को मणिपुर के कांगपोकपी जिले में दो महिलाओं के साथ कथित रूप से सामूहिक बलात्कार के बाद भीड़ ने उन महिलाओं को नग्न कर सड़कों पर निकाला था। इस दौरान किसी ने वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। आरोप है कि इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई संपत्तियों की तोड़फोड़ और लूटपाट की और कई घरों में आग लगा दी । साथ ही ग्रामीणों पर भी हमला किया।

चार मई को घटी शर्मनाक घटना
मिली जानकारी के अनुसार 4 मई वाले दिन हिंसक उपद्रव के बीच उन्मादी लोग तीन युवतियाें का अपहरण कर उन्हें धान के खेत में ले गए। बताया गया कि एक युवती वहां से भागने में सफल हो गई। बाद में दो युवतियों से सामूहिक बलात्कार किया। एक महिला के भाई ने अपनी बहन को बदमाशों से बचाने का साहसिक प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने उसे बेरहमी से मार डाला।

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