कुपवाड़ाः आतंकी भर्ती और फंडिंग मॉड्यूल का भंडाफोड़, ऐसे दबोचे गए छह आतंकियों के मददगार

बिलाल अहमद डार ने बताया कि वह विभिन्न गांवों में बैठकें करके आतंकी वित्त पोषण गतिविधियों और भर्ती में सक्रिय रूप से शामिल रहा है।

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उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के नुनसा और लोलाब इलाकों से सुरक्षा बलों ने तहरीक-ए-उल मुजाहिदीन जम्मू और कश्मीर (टीयूएमजेके) के एक आतंकी भर्ती और फंडिंग मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर छह लोगों को गिरफ्तार किया है। सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार आतंकियों के सहयोगियों से हथियार व गोला बारूद भी बरामद किया है।

पुलिस प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि सेना और कुपवाड़ा पुलिस ने कुपवाड़ा के सामान्य क्षेत्र नुनुसा और लोलाब इलाकों में संयुक्त अभियान चलाया था। चीरकोट इलाके के निवासी बिलाल अहमद डार ने पकड़े जाने के बाद गहन पूछताछ में उसने कई खुलासे किये। उसने बताया कि वह उत्तरी कश्मीर के विभिन्न हिस्सों के पांच अन्य लोगों के साथ ‘इस्लाही फलाही रिलीफ ट्रस्ट’ (आईएफआरटी) नामक एक एनजीओ की आड़ में आतंकवादी फंडिंग रैकेट चलाता है।

युवाओं को लालच देकर बनाता था आतंकी
बिलाल अहमद डार ने बताया कि वह विभिन्न गांवों में बैठकें करके आतंकी वित्त पोषण गतिविधियों और भर्ती में सक्रिय रूप से शामिल रहा है। वह एनजीओ के अन्य सदस्यों के साथ युवाओं को राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लुभाने की कोशिश करता था। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि बिलाल ने कचलू लंगेट के वाहिद अहमद भट्ट, सिंहपोरा बारामूला के जावेद अहमद नजर, ब्रथ सोपोर के मुश्ताक अहमद नजर और सोपोर के मुंडजी इलाके के बशीर अहमद मीर सहित अन्य सहयोगियों के नाम भी उजागर किए, जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।

एनजीओ का नाम और आतंकवाद का नाम
-उन्होंने कहा कि बिलाल का चचेरा भाई चीरकोट निवासी जुबैर अहमद डार भी इस मॉड्यूल में सक्रिय रूप से शामिल है। उन्होंने दावा किया कि ‘तहरीक-ए-उल मुजाहिदीन जम्मू और कश्मीर’ (टीयूएमजेके) के संचालन में पाकिस्तान स्थित हैंडलर समन्वय कर रहे थे। उन्होंने बताया कि इस मॉड्यूल का उद्देश्य अलग-अलग गांवों में एनजीओ की आड़ में कार्यक्रम आयोजित करके पैसा इकट्ठा करना था।

-उन्होंने बताया कि एनजीओ के खातों का इस्तेमाल टीयूएमजेके के लिए धनशोधन के लिए किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि यह समूह 15 अगस्त के आसपास और भारत के केंद्रीय गृह मंत्री की बारामूला यात्रा के दौरान राष्ट्र विरोधी पोस्टर चिपकाने के लिए भी जिम्मेदार था। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि बिलाल ने अपने पाकिस्तानी आकाओं के निर्देश पर 14 अगस्त को मरकजी जामिया मस्जिद कुपवाड़ा के अंदर एक पाकिस्तानी झंडा फहराने की बात भी स्वीकार की है।

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-उन्होंने कहा कि बिलाल और उसके सहयोगी सीमा पार से निर्देश प्राप्त कर रहे थे। वाहिद अहमद भट्ट उर्फ तौहीद भर्ती और आतंकवादी फंडिंग मॉड्यूल के पीछे मास्टरमाइंड था। इस दौरान बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद, आईईडी तैयार करने के लिए कच्चा माल और आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है। पांच पिस्तौल, दस मैगजीन, 49 पिस्टल राउंड और दो ग्रेनेड के अलावा एक आईईडी बरामद की गई है। आगे की जांच के लिए पुलिस स्टेशन कुपवाड़ा में सभी आतंकियों के सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

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