बिपरजॉय का असरः मप्र में बदला मौसम, भोपाल-इंदौर सहित इन 17 जिलों में भारी बारिश

मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में 19 जून की रात भर पानी बरसा तथा 20 जून को दोपहर तक लगातार बारिश हुई। बारिश की वजह से कई मकान गिर गए।

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अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर अब मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। 20 जून को भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के 17 जिलों में झमाझम बारिश हुई। भोपाल में दोपहर बाद शुरू हुई तेज बारिश देर शाम तक जारी रही। यहां करीब डेढ़ इंच बारिश दर्ज की गई। वहीं, अशोकनगर के ईसागढ़, सीहोर के भैंरुदा, सागर, नीमच, इंदौर, जबलपुर, मुरैना और खंडवा में भी बारिश हुई।

मौसम विभाग की मानें तो चक्रवात से अवदाब में बदला बिपरजॉय प्रदेश में प्रवेश के बीच भले ही कम दबाव के क्षेत्र में बदल गया हो, लेकिन इसने अपनी ताकत से प्रदेश के बड़े हिस्से को तरबतर कर दिया। 20 जून को ग्वालियर-चंबल संभाग में कई स्थानों पर तेज बारिश हुई। भोपाल संभाग में भी गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ी। हालांकि, प्रदेश के कुछ पूर्वी हिस्सों तक इसका असर नहीं पहुंचने के चलते गर्मी का प्रकोप रहा। मौसम विभाग का कहना है कि बुधवार को भी सागर और ग्वालियर संभाग के जिलों में इसका असर दिखेगा और कई स्थानों पर मध्यम से लेकर कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।

इन जिलों में भारी बारिश
भोपाल मौसम विज्ञानन केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार, ग्वालियर-शिवपुरी समेत राज्य आठ जिलों के साथ-साथ राजस्थान से सटे रतलाम, नीमच, मंदसौर, राजगढ़ में भी जमकर बारिश हुई। इस दौरान राजगढ़ के नरसिंहगढ़ में 19.5 मिमी, विदिशा के लटेरी में 19.5 मिमी, शिवपुरी में 19 मिमी, गुना में 17 मिमी, ग्वालियर में 10.6 मिमी, भिंड के गोहद में 9 मिमी, बुरहानपुर के नेपानगर में 7 मिमी, अशोकनगर शहर में 7 मिमी, शिवपुरी शहर में 6.5 मिमी, सीहोर में 5 मिमी बारिश दर्ज की गई।

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मुरैना में बारिश से गिरे कई मकान 
मुरैना जिले में 19 जून की रात भर पानी बरसा तथा 20 जून को दोपहर तक लगातार बारिश हुई। बारिश की वजह से कई मकान गिर गए। इसमें खड़ियाहार क्षेत्र के पार्थ का पुरा गांव में बबुआ सिंह तोमर का दो मंजिला मकान गिर गया, जिसमें तीन लोग घायल हो गए। इसी प्रकार रामपुर पंचायत के देवीसिंह का पुरा में एक मकान गिर गया। पिड़ावली पंचायत के अजीतपुरा गांव में एक मकान गिर गया। कई जगह मकानों की बाउंड्रीवॉल गिर गईं। सुबह से लगातार बारिश की वजह से जन-जीवन अस्त-व्यस्त रहा। लोग घरों से बाहर नहीं निकले तथा लगातार बारिश होती रही। अस्पताल में पानी भर गया तथा सड़कों पर पानी भरा।

नरसिंहपुर में 43 डिग्री दर्ज किया पारा
वहीं, दूसरी तरफ प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में लोग गर्मी से बेहाल रहे। नरसिंहपुर, सीधी और रीवा में तेज गर्मी का असर रहा। नरसिंहपुर में 43, सीधी में 42.6 और रीवा में 41.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। ग्वालियर में पहली बार जून में तापमान 29.5 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं इंदौर में 34.7, भोपाल में 38 और जबलपुर में पारा 39.5 डिग्री रहा।

मौसम विभाग ने दी जानकारी
वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ वेदप्रकाश ने बताया कि बिपरजॉय का प्रभाव इस समय दक्षिण-पश्चिम उप्र एवं उससे लगे उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश के हिस्सों में है। यह कमजोर हो चुका है, लेकिन इसके असर से बुधवार और गुरुवार को तेज हवाओं के साथ बारिश की गतिविधियां दिखती रहेंगी। बुधवार को इसका सबसे ज्यादा असर सागर एवं उससे लगे ग्वालियर, चंबल संभाग पर दिखेगा। गुरुवार को भी कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ वर्षा होगी और तेज हवाएं चलती रहेंगी।

मानसून को मिलेगी गति
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि बिपरजॉय के कमजोर पड़ने के बीच मानसून को गति मिल गई है। यह ओडिशा तक आ गया है। बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बने हुए हैं। अगले दो दिनों में बिपरजॉय पूरी तरह खत्म हो जाएगा। इस बीच मानसून ओडिशा से पूर्वी उत्तरप्रदेश की ओर बढ़ेगा वहीं छत्तीसगढ़ को भी कवर जाएगा। अगले चार-पांच दिनों में छत्तीसगढ़ को पार करते हुए इसके मध्यप्रदेश में पहुंचने का अनुमान है।

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