वर्ष 2020 जाते- जाते उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की मुसीबतें और बढा गया। पहले से ही रेप के मामले में जेल में बंद प्रजापति के लखनऊ, अमेठी और कानपुर स्थित उनके और उनके करीबीयों के कई ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय( ईडी) नें अचानक छापेमारी की। ईडी ने कानपुर में उनके सीए( चार्टर्ड एकाउंटैंट) के ठिकानों पर भी छापा मारकर गहन तलाशी ली। इस दौरान 80 संपत्तियों के कागजात बरामद हुए। इसके साथ ही उनके लखनऊ के कार्यालय में भी छापेमारी की गई। यहां से 11 लाख रुपए के पुराने नोट जब्त किए गए हैं।
इन ठिकानों पर की गई छापेमारी
लखनऊ में बिजनौर रोड स्थित प्रजापति के बेटे की कंपनी के कार्यालय, आवास के साथ ही अमेठी स्थित प्रजापति और उनके एक करीबी के आवास पर छापेमारी की गई। इन ठिकानों पर से कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही प्रजापति के कार्यालय से डेढ़ लाख रुपए कैश बरामद किए गए हैं। छापेमारी में 11 लाख के पुराने नोट भी बरामद किए गए हैं। उनके बेटे अनिल प्रजापति ने काले धन को सफेद करने के लिए कई मुखौटा कंपनियां बनाई थीं। इसी तरह अमेठ स्थित गायत्री के घर पर भी ईडी के अधिकारियों ने छापेमारी की।
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ड्राइवर और नौकर के नाम पर करोडों की संपत्ति
प्रजापति के ड्राइवर के ठिकाने पर भी तलाशी ली गई। इसके नाम पर करोड़ों की बेनामी संपत्तियों की खरदी की गई है। ईडी की जांच में अबतक जो खुलासा हुआ है, उसके मुताबिक प्रजापति ने अपने कई ऐसे करीबियों के नाम पर संपत्ति खरीदीं, जिनकी आर्थिक हालत बेहद खराब है। वे उनके यहां ड्राइवर और नौकर के रुप में काम कर रहे थे। बता दें कि इससे पहले ईडी गायत्री और उनके बेटों के आलावा उनके कई करीबियों से पूछताछ कर चुकी है।
कई मामले पहले से दर्ज
अखिलेश यादव के मंत्रिमंडल में खनन मंत्री रह चुके गायत्री प्रजापति पर फिलहाल रेप और खनन घोटाले समेत कई अन्य आपराधिक मुकदमों में नामजद हैं। इनमें खनन घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है। सीबीआई के मुकदमों को ही आधार बनाकर ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉनंड्रिंग एक्ट( पीएमएलए) के तहत उनके विरुद्ध मामला दर्ज किया है।
रेप के मामले में जेल में बंद
गायत्री प्रजापति रेप के मामले के एक मुकदमे में मार्च 2017 से ही जेल में बंद हैं। पिछले दिनों उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी।
Supreme Court stays the Allahabad High Court's order granting two months interim bail to former Uttar Pradesh Minister Gayatri Prasad Prajapati on medical grounds, in connection with a gang rape case registered against him. pic.twitter.com/E7t41TDtfr
— ANI (@ANI) September 21, 2020
प्रजापति के पूर्व मैनेजर ब्रज भुवन चौबे ने भी उन पर लखनऊ में एक मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें गायत्री पर जान से मारने की धमकी देने और जबरन संपत्तियां हड़पने का आरोप है। उन्होंने ईडी से भी उनकी शिकायत की है।
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