कोरोना महामारी के बाद बर्ड फ्लू का कहर बढ़ता जा रहा है। देश में अब तक 9 राज्य इसकी चपेट में आ चुके हैं। उनमें उत्तर प्रदेश के साथ ही महाराष्ट्र भी शामिल हो गया है। यूपी के कानपुर चिड़ियाघर में मरे पक्षियों के सैंपल पॉजिटिव आने से बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है। इसके बाद प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी दहशत फैल गई है। इसके पहले मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और केरल बर्ड फ्लू की चपेट में आ चुके हैं।
महाराष्ट्र में बर्ड फ्लू की पुष्टि
महाराष्ट्र के परभणी में पिछले तीन दिनो में 800 मुर्गियों की मौत हो गई है। इनके खून के नमूने जिला प्रशासन ने भोपाल की प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा था। इसकी रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है। इसके बाद जिला प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। परभणी के जिलाधिकारी डी.एम. मुगलीकर ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जिले में अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही घटनावाले गांव मुरुंबा की सभी मुर्गियों और पालतू पक्षियें को मारने का आदेश जारी कर दिया गया है। साथ ही प्रभावित इलाकों के सभी लोगों की जांच कराई गई है।
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मुरुंबा में 10 हजार से ज्यादा मुर्गी
बता दें कि प्रभावित गांव मुरुंबा में 10 हजार से ज्यादा मुर्गियां विभिन्न पोल्ट्री फॉर्म में हैं। इनकी खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही 10 किलोमीटर तक वाहनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके साथ ही पूरे जिले में एलर्ट जारी कर दिया गया है।
यूपी में कानपुर में एंट्री
उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू की एंट्री कानपुर से हुई है। कानपुर चिड़ियाघर में दो दिनों में 10 पक्षी मरे मिले हैं। उस बाड़े के सभी पक्षियों को मारने का आदेश जारी किया गया है। कानपुर प्रशासन ने पूरे इलाके को रेड जोन घोषित किया है। कानपुर का असर लखनऊ के चिड़ियाघर में भी दिख रहा है। बर्ड फ्लू के बढ़ते दायरे के बाद नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान में अलर्ट जारी किया गया है।
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उठाए जा रहे हैं एहतियाती कदम
कानपुर में चिड़ियाघर के बाड़े के अंदर और बाहर सैनिटाइज करने के साथ ही चूने का छिड़काव किया जा रहा है। इसके साथ ही पक्षियों के खाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। एहितायत के तौर पर उन्हें खाने में विटामिन और मिनरल की मात्रा बढ़ा दी गई है।
राजस्थान से हुई शुरुआत
बता दें कि राजस्थान में पक्षियो के मरने की घटना सबसे पहले 25 दिसंबर को घटी थी। यह घटना झालवाड़ा में घटी थी। अब राजस्थान के 11 जिलों में बर्ड फ्लू फैल चुका है। इनमें सवाई, माधोपुर, पाली, दौसा और जैसलमेर भी शामिल हैं। सवाई-माधोपुर में अब तक कुल 70 परिंदे मर चुके हैं।