हिमाचल में भारी बारिशः जल शक्ति विभाग की 4680 योजनाएं क्षतिग्रस्त, जानिये कितने का हुआ नुकसान

बारिश के कारण समतल क्षेत्र होने के कारण ऊना जिला इस भारी बारिश के कारण हुई तबाही से अधिक प्रभावित हुआ है तथा समतल क्षेत्रों में क्षेत्रवासियों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ा है।

88

पिछले एक सप्ताह से हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी वर्षा के कारण पूरे प्रदेश में सामान्य जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है तथा प्रदेश को करोड़ों रुपए की क्षति हुई है। केवल जल शक्ति विभाग में ही 4680 योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिससे प्रदेश को 323.30 करोड रुपए का नुकसान हुआ हैं। इनमें ऊना जिला की 257 क्षतिग्रस्त योजनाएं भी शामिल है, जहां पर लगभग 20 करोड रूपए का नुकसान हुआ है।

यह जानकारी उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने 9 जुलाई को हुई भारी बारिश के कारण ऊना-होशियारपुर मार्ग पर क्षतिग्रस्त घालुवाल पुल के निरीक्षण के दौरान दी।

876 बस रूट प्रभावित
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि भारी बारिश के कारण हिमाचल पथ परिवहन निगम के 876 बस रूट प्रभावित हुए हैं तथा 403 बसें विभिन्न स्थानों पर फंस गई हैं। इसके अलावा प्रदेश भर में निजी संपत्ति को भी भारी नुकसान हुआ है तथा पूरे प्रदेश में सामान्य जनजीवन प्रभावित हैं।

सावन का पहला सोमवारः भगवान महाकाल की भस्म आरती में उमड़े श्रद्धालु, जानिये क्या है परंपरा

पर्यटकों की सुरक्षा के निर्देश
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के इस दौर में प्रदेशवासियों के जान माल की रक्षा करना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा इस दिशा में सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि ऊना जिला में नदियों व खड्डों के किनारे बसे प्रवासियों की सुरक्षा के लिए भी सभी प्रबंध किए जाएं तथा उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ठहराया जाए।

ऊना जिला अधिक प्रभावित
मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि समतल क्षेत्र होने के कारण ऊना जिला इस भारी बारिश के कारण हुई तबाही से अधिक प्रभावित हुआ है तथा समतल क्षेत्रों में क्षेत्रवासियों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ा है। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित क्षेत्रों के लोग दूरभाष के माध्यम से प्रशासन से संपर्क कर रहे हैं तथा पूरे जिला में उपायुक्त ऊना के निर्देशन में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लोगों को यथाशीघ्र मदद मुहैया करवा रहा है।

हिमाचल में बारिश से भूस्खलन तो दिल्ली में भी भरा पानी! जानिये, अब तक कितने लोगों की गई जान

राहत व बचाव कार्यों को मुस्तैदी से चलाने के निर्देश
उपमुख्यमंत्री जिला के सभी अधिकारियों को निर्देश दिए की मुसीबत के इस दौर में राहत और बचाव कार्यों को पूर्ण मुस्तैदी के साथ जारी रखें तथा 24 घंटे लोगों की सेवा के लिए उपलब्ध रहें। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि आपदा के इस दौर में रामपुर हरोली पुल जिला के लोगों के लिए वैकल्पिक मार्ग के रूप में वरदान साबित हुआ है तथा यातायात के लिए घालूवाल पुल के बंद होने के पश्चात लोग रामपुर हरोली पुल का भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं।

1500 करोड़ रूपए खर्च
उन्होंने कहा कि ऊना जिला में स्वां नदी सहित सहायक नदियों पर लगभग 1500 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं, जिस कारण से भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी हालात की स्थिति में भी स्थिति नियंत्रण में है, वरना जिला में 1988 जैसे हालात पैदा हो सकते थे।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.