रत्नागिरी में सावरकर विचार जागरण सप्ताह का शुभारंभ, लोगों में दिखा जबरदस्त उत्साह

रत्नागिरी में स्वातंत्र्यवीर सावरकर की 140वीं जयंती पर उनके विचार जागरण सप्ताह का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर बाइक रैली भी निकाली गई।

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महाराष्ट्र के रत्नागिरी में स्वातंत्र्यवीर सावरकर विचार जागरण सप्ताह का पूरे उत्साह के साथ शुभारंभ किया गया। महाराष्ट्र सरकार पर्यटन निदेशालय, विवेक व्यासपीठ, पतितपावन मंदिर और श्री भागोजीशेठ कीर ट्रस्ट ने संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम का आयोजन 21 मई से प्रारंभ किया है।

इस अवसर पर शहर के जिला पुलिस अधीक्षक धनंजय कुलकर्णी ने लक्ष्मी चौक पर वीर सावरकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनका नमन निया। उसके बाद नारियल फोड़कर बाइक रैली का शुभारंभ किया गया। यहां से रैली में शामिल बाइक सवार भगवा झंडा लेकर शिरगांव हनुमान मंदिर पहुंचे। रैली में एक सौ से अधिक बाइक सवारों ने भाग लिया। इस क्रम में पूरा शहर भगवामय दिख रहा था। सावरकर के साथ ही दानवीर भागोजीशेठ कीर की जय-जयकार करते हुए रैली में शामिल लोग हनुमान मंदिर पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने हनुमान जी की पूजा-अर्चना की।

वीर सावरकर ने हिंदुओं को किया एकजुट
इस अवसर पर समाजसेवी हेमंत जोशी ने संक्षिप्त भाषण दिया। उन्होंने कहा कि अंग्रेज वीर सावरकर को राजनीतिक बंदी बनाकर रत्नागिरी ले आए। लेकिन उस समय रत्नागिरी में प्लेग फैला होने के कारण उन्हें शिरगांव में दामले के आवास पर रखा गया। इन छह से सात महीनों में सावरकर ने हिंदुओं को एकजुट करने का प्रयास किया। सावरकर शिरगांव के स्थाई निवासी बन गए। वे विष्णुपंत दामले के आवास पर रुके थे।

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मराठी स्कूलों में भेदभाव समाप्त
सावरकर के अनुरोध पर, हिंदू धर्म की सभी महिलाएं हल्दीकुंकु मनाने लगीं। उन दिनों मराठी स्कूल में उच्च वर्ग और अस्पृश्य बच्चों के बैठने की अलग व्यवस्था थी। लेकिन सावरकर के आग्रह पर सभी बच्चे एक साथ बैठने लगे।

ऐतिहासिक है हनुमान मंदिर
शिरगांव का हनुमान मंदिर ऐतिहासिक है। वर्ष 1925 में महादेवबुवा उर्फ ​​साधु लिंगायत ने शिरगांव में यह हनुमान मंदिर बनवाया। वीर सावरकर ने उनके सामने शर्त रखी कि वे मंदिर के लोकार्पण में तभी आएंगे, जब सभी हिंदू बिना भेदभाव के एक साथ आएंगे। अपनी शर्त मान लेने के बाद वीर सावरकर रात में वहां रुके और मराठी में ‘तुम्ही आम्ही सकल बंधु हिंदू हिंदू’ गीत की रचना की। मंदिर के लोकार्पण के दिन सभी ने सुमधुर स्वर में इस गीत को गाया। हेमंत जोशी ने कहा कि वीर सावरकर ने छह-सात महीने में सामाजिक समरसता का माहौल बना दिया। शिरगांव गायवाड़ी में सावरकर प्रेमियों ने दामले के आवास पर जाकर वीर सावकर को शुभकामनाएं दीं और उनकी प्रशंसा की।

जागरण सप्ताह के संयोजक रवींद्र भोवाद ने रैली में शामिल लोगों से की अपील
इस अवसर पर जागरण सप्ताह के संयोजक रवींद्र भोवाद ने बताया कि वीर सावरकर की 140वीं जयंती के उपलक्ष्य में पूरे सप्ताह विभिन्न तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। प्रवीण जोशी ने समरसता गीत की प्रस्तुति दी। भागोजीशेठ कीर ट्रस्ट ट्रस्टी एड. विनय अंबुलकर ने इस बाइक रैली की प्रशंसा की और उन्हें जागरण सप्ताह के सभी कार्यक्रमों में शामिल होने की अपील की।

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