नासिक की मंडियों में प्याज की नीलामी लेकर हुई बैठक, इस बात पर बनी सहमति

केंद्र सरकार ने घरेलू स्तर पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्याज के निर्यात पर 40 प्रतिशत शुल्क लगाने का फैसला कुछ दिन पहले ही किया था।

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देश में प्याज उत्पादन के लिए मशहूर महाराष्ट्र के नासिक जिले में सभी कृषि उपज विपणन समितियों (एपीएमसी) में तीन दिन बार 24 अगस्त से प्याज की नीलामी फिर शुरू होगी। प्याज पर 40 फीसदी निर्यात शुल्क लगाए जाने का विरोध कर रहे व्यापारियों ने अपना विरोध-प्रदर्शन वापस लेने का फैसला किया है।

नासिक के प्याज कारोबारियों के प्रतिनिधि ने बुधवार को दी जानकारी में बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार के साथ किसानों, कारोबारियों और निर्यातकों के प्रतिनिधियों की हुई बैठक में प्याज की नीलामी दोबारा शुरू करने का फैसला किया गया।

निर्यात पर 40 प्रतिशत शुल्क लगाने के फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध
डॉ. भारती पवार ने कारोबारियों को आश्वस्त किया कि वह प्याज निर्यात पर 40 फीसदी शुल्क लगाने के फैसले पर पुनर्विचार करने का सरकार से अनुरोध करेंगी। दरअसल नासिक में सक्रिय अधिकांश एपीएमसी में प्याज की नीलामी कारोबारियों के विरोध-प्रदर्शन की वजह से पिछले तीन दिन से बंद थी। इनमें लासालगांव स्थित एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी भी शामिल है।

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सरकार ने इसलिए निर्यात पर लगाया 40 प्रतिशत शुल्क
केंद्र सरकार ने घरेलू स्तर पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्याज के निर्यात पर 40 फीसदी शुल्क लगाने का फैसला कुछ दिन पहले ही किया था। हालांकि, सरकार 21 अगस्त से किसानों से 2410 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर प्याज खरीद रही है। वहीं, उपभोक्ताओं को 25 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर प्याज बेच रही है।

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