बर्बादी के कगार पर वाडिया ग्रुप का गो फर्स्ट, ये है वजह

गो फर्स्ट ने 3, 4 और 5 मई को अपनी सभी उड़ानें निलंबित कर दी हैं। वाडिया ग्रुप का गो फर्स्ट पैसों की कमी से जूझ रहा है।

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भारत की एयरलाइन कंपनी गो फर्स्ट (Go First) लगभग दिवालिया हो चुकी है। मौजूदा समय में कंपनी आर्थिक संकट (Economic Crisis) से जूझ रही है। वाडिया ग्रुप के स्वामित्व वाली गो फर्स्ट एयरलाइन (Go First Airline) की हालत इतनी खराब हो गई है कि उसने 3, 4 और 5 मई के लिए अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं। इस कंपनी ने एनसीएलटी में स्वैच्छिक दिवाला कार्यवाही के लिए एक आवेदन दिया है। कंपनी ने कहा कि उसके पास ना तो हवाई जहाज के लिए तेल है और ना ही पैसा। अब कंपनी के पास तेल कंपनियों का बकाया चुकाने के लिए पैसा नहीं है। इसके बाद एयरलाइन ने 3, 4 और 5 मई 2023 के लिए अपनी सभी उड़ानें अस्थायी रूप से रद्द करने का फैसला किया है।

नकदी की भारी कमी के कारण गो फर्स्ट एयरलाइन ने फिलहाल अपनी सभी उड़ाने 3 दिनों के लिए निलंबित कर दी हैं। आर्थिक संकट से जूझ रही एयरलाइंस ने इसके लिए अमेरिकी इंजन कंपनी को जिम्मेदार ठहराया है। एयरलाइन ने कहा कि उसके बेड़े का 50 फीसदी ग्राउंडेड था। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उन्हें वे इंजन नहीं मिले जो उन्होंने अमेरिकी फर्म प्रैट एंड व्हिटनी से मंगवाए थे। एयरलाइन ने आपूर्ति की कमी और इंजन की विफलता को इसका कारण बताया। गो फर्स्ट एयरलाइन ने कहा है कि पी एंड डब्ल्यू इंटरनेशनल एयरो इंजन की अमेरिकी आपूर्ति के साथ लगातार समस्याएं रही हैं।

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50 प्रतिशत विमान खड़े
गो एयर ने कहा कि इंजन कंपनी पीएंडडब्ल्यू को 27 अप्रैल, 2023 तक कम से कम 10 स्पेयर लीज्ड इंजन और 10 और इंजन देने के लिए कहा गया था, लेकिन पीएंडडब्ल्यू ने आदेश का पालन नहीं किया। जिससे उनकी आमदनी पर असर पड़ा है। हवाई जहाज नहीं चल सके। कंपनी द्वारा भेजे गए इंजनों की विफलताओं की संख्या बढ़ती रही। विफल इंजनों की लगातार बढ़ती संख्या ने उन्हें उड़ने से रोकने के लिए मजबूर कर दिया। कंपनी की ओर से खराब इंजन और समय पर आपूर्ति नहीं होने के कारण गो फर्स्ट के केवल 50 फीसदी विमान ही जमीन पर रह गए। जिसका नुकसान उन्हें हुआ है। स्थिति के बारे में कंपनी ने कहा कि पीएंडडब्ल्यू विमान के इंजन की मरम्मत और पुर्जे उपलब्ध कराने में विफल रही है। जिसकी वजह से उनके 50 प्रतिशत विमान खड़े हो गए। उड़ान संचालन बाधित रहा। परिचालन खर्च बढ़ता रहा।

ये है कंगाली के कारण

1 : गो फर्स्ट की बिगड़ती हालत के लिए एयरलाइन के प्रबंधन में बार-बार बदलाव भी जिम्मेदार है।

2 : गो एयरलाइन के पास धन की कमी थी।

3 : पिछले कुछ महीनों में गो फर्स्ट विमान का केवल आधा हिस्सा ही जमीन पर रहा।

4 : प्रैट एंड व्हिटनी से इंजन की आपूर्ति बाधित होना जारी रहा।

5 : गो फर्स्ट के पास 61 विमान हैं, जबकि इंडिगो के पास 310 हैं।

डीजीसीए ने कारण बताओ नोटिस जारी किया
डीजीसीए ने 3-4 मई तक नई बुकिंग रद्द करने के बाद गो फर्स्ट को कारण बताओ नोटिस जारी किया। डीजीसीए के मुताबिक, यह उनके संज्ञान में आया है कि गो फर्स्ट ने क्रमशः 3-4 मई 2023 की सभी निर्धारित उड़ानें रद्द कर दी हैं। इस तरह के रद्दीकरण के लिए डीजीसीए को कोई पूर्व सूचना नहीं दी जाती है। इस मामले में शेड्यूल की मंजूरी की शर्तों का पालन नहीं किया गया है। डीजीसीए के मुताबिक, गो फर्स्ट रद्दीकरण और उसके कारणों को लिखित रूप में रिपोर्ट करने में विफल रहा।

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