ज्ञानवापी सर्वे में मिला शिवलिंग! अब विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत याचिका दायर कर करेंगे ये मांग

काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ कुलपति तिवारी ने ज्ञानवापी में शिवलिंग मिलने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि साढ़े तीन सौ वर्षों के बाद पुन: शिवलिंग सामने आया है।

103

ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के बीच वजूखाने में नंदी के ठीक सामने मिले शिवलिंग की पूजा अर्चना को लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ कुलपति तिवारी न्यायालय में याचिका दायर करेंगे। डॉ कुलपति तिवारी ने 22 मई को बताया कि वाद दाखिल करने की तैयारी पूरी कर ली गई है।  23 मई को वाद दाखिल कर दिया जाएगा।

डा. कुलपति तिवारी ने कहा कि बाबा सबके हैं। हर कोई बाबा की पूजा करने के लिए स्वतंत्र है लेकिन पूजन अर्चना के साथ ही साथ राग भोग और श्रृंगार की व्यवस्था भी शास्त्रों के अनुसार होनी चाहिए इसके लिए महंत परिवार को यह दायित्व दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाबा विश्ववेश्वर दरबार में पूजा पाठ का दायित्व उनके पूर्वज ही निभाते रहे हैं।

ये भी पढ़ें – क्या आप वाशिंग पाउडर बेचते हैं? राज ठाकरे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना

साढ़े तीन सौ वर्षों के बाद जब पुन: शिवलिंग सामने आया है तो उनकी नित्य पूजा अर्चना भी आरंभ हो जानी चहिए। उन्होंने बताया कि अधिवक्ताओं की टीम ऐतिहासिक साक्ष्यों के आधार पर वकालतनामा तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि मस्जिद के तहखाने में कई और शिवलिंग विराजमान हैं। पूर्व महंत डॉ कुलपति तिवारी ने कहा कि काशी के कण-कण में शंकर बसे हैं। यह भगवान शंकर का आनंद कानन है। ऐसे में यह कहना कि शिवलिंग मिले हैं गलत है क्योंकि वो वहां पहले से ही विराजमान है। इसकी गवाही स्वयं नंदी बाबा वर्षों से दे रहे हैं।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.