मलावी और मोजाम्बिक में चक्रवात फ्रेडी ने मचाई तबाही, चली गई इतने लोगों की जान

फ्रेडी से दोनों देशों में भंयकर नुकसान हुए है। इससे प्रभावित इलाकों में अभी भी दूरसंचार और बिजली जैसी सेवाएं ठप हैं। इससे बचाव और अन्य मानवीय प्रयास बाधित हो रहे हैं।

चक्रवात फ्रेडी के कारण मलावी और मोजाम्बिक में कम से कम 56 लोगों की मौत सूचना है। दोनों देशों के अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी। इस चक्रवात ने दूसरी बार महाद्वीप में दस्तक दी। स्थानीय पुलिस के अनुसार मलावी में 51 लोगों की मौत हुई है, जबकि कई अन्य लापता या घायल हैं। मोजाम्बिक में अधिकारियों ने बताया कि देश में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है।

मृतकों में एक ही परिवार के पांच सदस्य शामिल
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, मलावी में हुई मौतों में एक ही परिवार के पांच सदस्य शामिल हैं, जिनकी चक्रवात की विनाशकारी हवाओं और भारी बारिश के कारण ब्लांटायर के नदिरांडे टाउनशिप में उनके घर के ढह गए, जिसमें दबकर उनकी मौत हो गई। जगह-जगह पर भूस्खलन हो रहा है। वहीं, नदियां उफान पर बह रही हैं।

अब तक का सबसे लंबा उष्णकटिबंधीय चक्रवात
चक्रवात किस हद तक भंयकर है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अमेरिका के साल भर के तूफानों में जितनी ताकत होती है, उससे अधिक ताकत इस अकेले चक्रवात में है। फ्रेडी चक्रवात की शुरुआत फरवरी में ऑस्ट्रेलिया से हुई, फिर यह पूरे दक्षिणी हिंद महासागर को पार करके यहां पहुंचा। यह अब तक का सबसे लंबा दर्ज किया गया उष्णकटिबंधीय चक्रवात है। अब पता किया जा रहा है कि क्या इसने 1994 में 31 दिन चले जॉन तूफान का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।

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कई इलाके अंधेरे में डूबे
फ्रेडी से दोनों देशों में भंयकर नुकसान हुए है। इससे प्रभावित इलाकों में अभी भी दूरसंचार और बिजली जैसी सेवाएं ठप हैं। इससे बचाव और अन्य मानवीय प्रयास बाधित हो रहे हैं। इतना ही नहीं मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि इन इलाकों में अगले 48 घंटों तक भयंकर बारिश जारी रहेगी। आपदा से ज्यादातर नुकसान कानून द्वारा निषिद्ध पर्वतीय क्षेत्रों में या नदियों के आसपास बनाए घरों को हुआ है। मलावी की सरकार ने आपदा प्रभावित 10 जिलों में स्कूल बंद कर दिए हैं। ऐसी उम्मीद है कि बुधवार तक यह चक्रवात कमजोर पड़ जाएगा और वापस समुद्र की तरफ लौट जाएगा।

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