चारधाम यात्रा: तीर्थयात्रियों में दिख रहा है भरपूर उत्साह, 26 दिनों में इतने श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

2 वर्षों से कोरोना काल के चलते यात्रा में अवरोध हो गया था। इसके बाद अब यात्री चारधाम यात्रा के लिए बड़ी संख्या में आ रहे हैं।

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ऋषिकेश, हेमकुंड साहिब सहित चारधाम यात्रा में अबतक 11 लाख 97 हजार 257 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। 29 मई को भी ऋषिकेश से 90 बसों में सवार करीब 3000 से अधिक यात्रियों को रवाना किया गया। गत 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू हुई और अबतक 26 दिनों में श्रद्धालुओं में यात्रा को लेकर व्यापक उत्साह देखा जा रहा है।

एडीएम एके बरनवाल ने बताया कि प्रशासन द्वारा इस वर्ष चारधाम यात्रा के लिए स्लाट व्यवस्था की गई है। जिसके कारण चारधाम सहित हेमकुंड साहिब में यात्रियों का जमावड़ा नहीं लगने दिया जा रहा है, जिसके लिए ऋषिकेश सहित उत्तराखंड में 20 स्थानों पर यात्रियों की सुविधा के लिए पंजीकरण व्यवस्था की गई है। पंजीकरण करवाने के बाद ही यात्रियों को यात्रा के लिए भेजा जा रहा है।

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बरनवाल ने बताया कि 2 वर्षों से कोरोना काल के चलते यात्रा में अवरोध हो गया था। इसके बाद अब यात्री चारधाम यात्रा के लिए बड़ी संख्या में आ रहे हैं। जिन्हें ऋषिकेश की तमाम धर्मशालाओं में रोका गया है और उनके लिए शासन की ओर से समाजसेवी संस्थाओं के माध्यम से भोजन की व्यवस्था की गई है। ट्रैवल एजेंटों द्वारा यात्रियों के पंजीकरण के नाम पर साइबर कैफे में ले जाकर गलत जानकारी से गुमराह किया जा रहा है। मामला संज्ञान में आनेेे के बाद प्रशासन ने ऋषिकेश सहित कई स्थानों पर ऐसे पंजीकरण करने वाले साइबर कैफे संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की है। यात्रियों से अपील की गई है कि किसी ऐसे व्यक्ति के झांसे में ना आएं जो साइबर कैफे के माध्यम से पंजीकरण करवाकर यात्रा पर भेजे जाने की बात कह रहा है।

उन्होंने कहा कि 29 मई को संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के माध्यम से 70 और रोडवेज की 20 बसों में यात्रियों को चारधाम के लिए रवाना किया गया, इसी के साथ एसडीआरएफ ने 1200 यात्रियों का और एथिक्स इन्फोटेक कंपनी ने 1000 का पंजीकरण किया है।

एडीएम बरनवाल ने बताया कि 28 मई तक यमुनोत्री में 229624, यमुनोत्री में 170894, केदारनाथ में 381622 , बद्रीनाथ में 402869 और हेमकुंड साहिब में 12252 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। उसके बावजूद ऋषिकेश में आज भी लगभग 5000 से अधिक यात्री ठहरे हुए हैं, जिन्हें एक-दो दिनों में यात्रा पर भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्री अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अपना स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही यात्रा पर जाएं।

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