दुनिया की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में से एक टाटा मोटर्स ने 12 अक्टूबर को बड़ा ऐलान किया है। टीपीजी राइट क्लाइमेट इंडस्ट्रीज ग्रुप यात्री इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग में 1 अरब यानी 7,500 करोड़ रुपए का निवेश करेगा। यह निवेश 18 महीने की अवधि में कुछ चरणों में किया जाएगा। टाटा मोटर्स ने इलेक्ट्रिक वाहन के लिए टीएमएल ईवीसीओ नामक एक नई इकाई शुरू की है।
कंपनी ने कहा है कि निवेश का पहला चरण अगले साल मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा। करीब 9.1 अरब की लागत पर टीपीजी को यूनिट में 11-15 प्रतिशत हिस्सेदारी मिलेगी।
टाटा मोटर्स ने जताई प्रतिबद्धता
टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा, “मुझे खुशी है कि टीपीजी देश में इलेक्ट्रिक पैसेंजर मोबिलिटी के कारोबार के विस्तार की हमारी यात्रा में शामिल हो गया है। हम उन उत्पादों में निवेश करना जारी रखेंगे, जो हमारे ग्राहकों को आकर्षित करते हैं। हम केंद्र सरकार के 2030 तक इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी को 30 प्रतिशत तक बढ़ाने के लक्ष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
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प्रदूषण रोकने की दिशा में बड़ा कदम
जुलाई में कंपनी की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में चंद्रशेखरन ने कहा था कि कंपनी के यात्री वाहन पोर्टफोलियो का 25 प्रतिशत मध्यम से लंबी अवधि में इलेक्ट्रिक होगा। फिलहाल यह आंकड़ा 2% ही है। इलेक्ट्रिक वाहन व्यवसाय फल-फूल रहा है क्योंकि सरकार कम प्रदूषण फैलाने वाले ईंधन पर ध्यान केंद्रित कर रही है। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अप्रैल में घोषणा की थी कि वह अगले तीन वर्षों में इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण के लिए 3,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी।