मध्यम श्रेणी की नई मिसाइल का सफल परीक्षण

चीन और अन्य देशो से बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत रक्षा क्षेत्र में अपनी ताकत लगातार बढ़ा रहा है। इसी कड़ी में पिछले कई दिनों से वह नई-नई तकनीकों से लैस मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है। 23 दिसंबर को भी भारत ने जमीन से हवा में मार करेनवाली मध्यम श्रेणी की नई मिसाइल का ओडिशा के इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज, चांदीपुर से सफल परीक्षण किया।

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भारत रक्षा के क्षेत्र में आज विश्व के अग्रणी देशों में शामिल है। चीन और अन्य देशो से बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत रक्षा क्षेत्र में अपनी ताकत लगातार बढ़ा रहा है। इसी कड़ी में पिछले कई दिनों से वह नई-नई तकनीकों से लैस मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है। 23 दिसंबर को भी भारत ने जमीन से हवा में मार करेनवाली मध्यम श्रेणी की नई मिसाइल का ओडिशा के इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज, चांदीपुर से सफल परीक्षण किया।

खास बातें

  • इस मिसाइल को एकीकृत परीक्षण रेंज लॉन्च पैड नंबर एक से ग्राउंड मोबाइल लॉन्चर से छोड़ा गया।
  •  मध्यम श्रेणी की इस मिसाइल से दुश्मनों के विमानों को निशाना बनाने में मदद मिलेगी।
  • मिसाइल का टार्गेट अचूक था और उसने अविलंब ही अपने टार्गेट को निशाना बना दिया।
  • इस मिसाइल के टारगेट के लिए मानव रहित बंशी को पहले हवा में छोड़ा गया। मध्यम श्रेणी की इस मिसाइल ने अपने टारगेट को छोड़े जाने के कुछ ही पलों में उड़ा दिया।
  • इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान और विकास संस्थान( डीआरडीओ) ने इजरायलएयरस्पेस इंडस्ट्रीज की मदद से तैयार किया है।
  • एमआरएसएएम का निर्माण भारत डायनामिक्स लिमिटेड ने किया है।
  • मिसाइल अपनी 70 किलोमीटर की रेंज में आनेवाली किसी भी मिसाइल, लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर, ड्रोन को मार गिरा सकती है।
  • यह मिसाइल हर मौसम में काम कर सकती है और 360 डिग्री पर घूम कर दउशणन पर हमला कर सकती है।
  • इसे जल्द ही भारतीय सेना में शामिल किया जाएगा।
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