भारतीय वायुसेना के विमानों ने दिखाए हैरतअंगेज करतब, लोगों को दिया ये संदेश

सूर्य किरण टीम की प्रवक्ता फ्लाइट लेफ्टिनेंट रिधिमा गुरुंग ने कहा कि एरोबैटिक शो का आयोजन युवा पुरुषों और महिलाओं को रक्षा बलों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए किया गया है।

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पश्चिम बंगाल के कलाइकुंडा एयर बेस पर भारतीय वायुसेना के दो दिवसीय एयर शो के आखरी दिन 20 जनवरी को नौ सूर्य किरण फाइटर प्लेन और पैरा जंपिंग करने वाली आकाशगंगा टीम के हैरतअंगेज करतब ने यहां उपस्थित लोगों को रोमांचित कर दिया। दिन की रोशनी में पलक झपकते ही आसमान में अचानक प्रकट होकर ओझल हो जाने वाले सफेद और नारंगी रंग के नौ सूर्य किरण विमानों ने कम ऊंचाई पर एक कतार में रोशनी की तरह तेज गति से उड़ान भरते हुए एकजुटता और राष्ट्र सर्वोपरि का संदेश दिया।

सूर्य किरण टीम की प्रवक्ता फ्लाइट लेफ्टिनेंट रिधिमा गुरुंग ने कहा कि एरोबैटिक शो का आयोजन युवा पुरुषों और महिलाओं को रक्षा बलों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा, ”हॉक मार्क-132 विमान ने एक दूसरे से तालमेल बनाकर तेज गति से आगे बढ़ने वाले तीर के तौर पर पहला करतब दिखाया। उसके बाद एक डायमंड फॉर्मेशन में फ्लाई पास्ट किया। इसके अतिरिक्त, इसने हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर प्रचंड को समर्पित एक रोटर का आकार ले लिया, जिसे अभी भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया है।”

कुछ एरोबेटिक प्रदर्शन रद्द
गुरुंग ने कहा कि कुछ एरोबेटिक प्रदर्शनों को कलाइकुंडा के आसपास के क्षेत्रों में कम दृश्यता के कारण रद्द करना पड़ा। इससे पहले दिन में भारतीय वायुसेना के नौ जांबाजों ने पैरा जंपिंग का शानदार प्रदर्शन किया। गुरुंग ने कहा कि भारतीय वायुसेना की सूर्य किरण टीम ने अपने 26 वर्षों के अस्तित्व में भारत में 72 स्थानों को कवर करते हुए 600 हवाई करतब दिखाए हैं। उन्होंने कहा, “टीम ने सिंगापुर, चीन, यूएई और श्रीलंका जैसे देशों में भी प्रदर्शन किया है।”

फाइटर प्लेन ने दिखाए करतब
टीम के कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन जीएस ढिल्लों द्वारा हवा में तेज उड़ान भरते हुए फाइटर प्लेन को बिल्कुल उलट-पलट कर करतब दिखाते देखकर सभी ने तालियां बजाईं। आकाश गंगा टीम का नेतृत्व करने वाले वारंट ऑफिसर एए बैद्य ने कहा कि यह पहल युवाओं को रक्षा बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने के लिए है। कलाइकुंडा एयरफोर्स स्टेशन के एयर ऑफिसर कमांडिंग, एयर कमोडोर रण सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि इस एयरबेस ने अपना 66वां स्थापना दिवस 14 दिसंबर को मनाया था, लेकिन उस समय मौसम सही नहीं होने की वजह से यह एयर शो आज आयोजित किया गया।

हैवी बम, गोलियां और अन्य हथियारों की प्रदर्शनी
उल्लेखनीय है कि वायुसेना अपनी स्थापना के 90वें साल में प्रवेश कर गई है जिसे लेकर देशभर में एयर शो का आयोजन हो रहा है। शुक्रवार को कलाइकुंडा एयर बेस पर इस आयोजन के आखिरी दिन फाइटर प्लेन और इनमें कैरी किए जाने वाले हैवी बम, गोलियां और अन्य हथियारों की प्रदर्शनी लगाई थी, जिसको देखने पहुंचे सैकड़ों बच्चों और अन्य आयु वर्ग के लोगों ने वायु सेना की कार्यशैली को समझा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक दिन पहले हजारों की संख्या में आसपास के गांव वालों को एकत्रित कर उन्हें इन प्रदर्शनों को दिखाया गया था और यह समझाया गया था कि आसपास में गंदगी ना फैलाएं। इससे सुविधा यह होगी की गंदगी नहीं होने पर पक्षी नहीं आएंगे और एयरफोर्स स्टेशन के आसपास के क्षेत्रों में सेना के लिए इस्तेमाल होने वाले प्लेंस की दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा।

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