योद्धा को नमन: जनरल बिपिन रावत के नाम स्थापित हुआ ‘चेयर ऑफ एक्सिलेंस’

जनरल बिपिन रावत के पिता लक्ष्मण सिंह भी सेना में अधिकारी थे, वे लेफ्टिनेंट जनरल के पद से सेवानिवृत्त हुए थे।

109

देश के पहले चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ जनरल बिपिन रावत की 65वीं जयंती है। इस अवसर पर यूनाइटेड सर्विस इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (यूएसआई) द्वारा चेयर ऑफ एक्सिलेंस (अध्यासन पीठ) स्थापित करने की घोषणा की है। यह जनरल बिपिन रावत के असाधाराण कार्यों के दृष्टिगत किया गया है।

थल सेना प्रमुख जनरल मनोज.एम.नरवणे ने बताया कि, जनरल बिपिन रावत ने सेनाओं में तारतम्य बनाए रखने के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किये थे। जो सशस्त्र बलों के मध्य एकजुटता और अखंडता बनाए रखने में महत्वपूर्ण कड़ी बनेगी। सेना प्रमुख ने कहा कि, यह स्मृति जनरल बिपिन रावत के कुशाग्र नेतृत्व और कुशल पेशेवर कार्यों के प्रति श्रद्धांजलि है।

ये भी पढ़ें – बाबाराव सावरकर की वो बात मान लेते गांधी, तो बच जाते भगत सिंह और राजगुरु

और राष्ट्र ने खो दिया पहला सीडीएस
वह 8 दिसंबर, 2021 का दिन था, तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 14 लोग थे। इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार सभी की मृत्यु हो गई थी।

उत्कृष्ट कार्यों के सदा मिला सम्मान
जनरल बिपिन रावत को उत्कृष्ट कार्यों के लिए सदा सम्मान मिलता रहा। उन्हें वीरता, राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्धता, सफल रणनीतिकार के रूप में सदा सम्मानित किया गया, इसमें यूआईएसएम, एवीएसएम,वाईएसएम, एसएम जैसे अति महत्वपूर्ण सम्मानों का समावेश है। उन्हें पद्मविभूषण (मरणोपरांत) सम्मान से भी सम्मानित किया गया है।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.