असम के मुख्यमंत्री पर माथापच्ची! केंद्रीय दल ने दो नेताओं को बनाया पर्यवेक्षक

असम में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और हिमंत बिस्व सरमा की छवि अच्छी मानी जाती है। दोनों ही नेताओं ने पार्टी के लिए जमनत प्राप्ति में पहुच प्रयत्न किये हैं।

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असम के मुख्यमंत्री को लेकर दिल्ली में सरगर्मी है। पांच राज्यों में विधान सभा चुनाव हुए थे। चार राज्यों में मुख्यमंत्रियों की शपथविधि भी हो गई है लेकिन असम में अभी भी माथापच्ची चल रही है। इसके लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, महासचिव बीएल संतोष बैठक कर रहे हैं। इस बीच केंद्रीय दल ने दो नेताओं को असम का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।

असम में मुख्यमंत्री पद के दो दावेदार माने जा रहे हैं। जिसमें मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और शिक्षा मंत्री हिमंत बिस्व सरमा का नाम हैं। इन दोनों नेताओं को दिल्ली बुलाया गया था। दोनों ही नेता शनिवार सुबह चार्टर्ड विमान से सुबह सात बजे दिल्ली के लिए निकले थे। दिन भर की माथापच्ची के बाद निर्णय सामने नहीं आ पाया है। लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह को पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिया है। इन नेताओं की उपस्थिति में अब असम के विधायक संसदीय दल का नेता चुनेंगे।

नड्डा के घर हुई थी बैठक
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अमित शाह, बीएल संतोष की उपस्थिति में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डे के घर बैठक चल रही थी। इस बैठक में पहले हिमंत बिस्वा सरमा गए थे। उनके निकलने के बाद वहां सर्बानंद सोनोवाल पहुंचे। इन दोनों नेताओं से पार्टी शीर्ष ने चर्चा का।

गठबंधन को स्पष्ट बहुमत
असम में भाजपा को कुल 126 विधान सभा सीटों में से 60 सीटें मिली हैं, उसके सहयोगी असम गण परिषद को 9 और यूपीपीएल को 6 सीटें मिली हैं। भाजपा गठबंधन के पास 75 विधायक हैं।

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