Terrorism in Punjab: आम आदमी पार्टी सरकार में कानून व्यवस्था को धता बता रहे निहंग

पंजाब में दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही कानून व्यवस्था को लेकर पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि पंजाब में कुछ लोगो,संघों, समूहों की ओर से कानून को अपने हाथ में लेने की घटनाओं में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है ।

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पंजाब में आतंकवाद (Terrorism in Punjab) के नये चरण के संकेत मिल रहे हैं। पंजाब की अमन शांति को खराब करने की कोशिश सात समंदर पार से हो रही है । लेकिन इस बार राज्य में कानून व्यवस्था (law and order) को बिगाड़ने के लिए निहंगों (Nihangs) का इस्तेमाल किया जा रहा है । खुलेआम निहंग पंजाब पुलिस को चुनौती दे रहे हैं ।

पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार में बढ़ीं घटनाएं
पंजाब के ऐतिहासिक गुरुद्वारा सुल्तानपुर लोधी में निहंगों के साथ पुलिस की मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई । 10 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे । 16 मार्च 2022 को बनी पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार (Aam Aadmi Party government) बनने के बाद ऐसी घटनाएं बढ़ रही है । पाकिस्तान सीमा पार से ड्रोन के जरिए हमले के प्रयास हो रहे है । रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड आरपीजी, कंधे पर लगाया जाने वाला एंटी टैंक हथियार पकड़े जा रहे है ।

निहंगों के हमले
इस वर्ष अप्रैल महीने में पंजाब में अमृतसर के गोल्डन गेट के सामने एक नाबालिग निहंग द्वारा हवाई फायर करने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था । पुलिस ने इसके खिलाफ मामला दर्ज करके जांच की तो पता चला कि बंदी सिखों की रिहाई के लिए मोहाली में लगाए गए इंसाफ मोर्चे के दौरान निहंगों की पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में शामिल था । 6 महीने पहले अमृतसर के गांव राजेवाल में निहंगों ने चर्च पर हमला किया था । चर्च में प्रार्थना चल रही थी कि निहंगों ने ईंटों , पत्थरों से हमला किया था । 10 मई की शाम को पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ के उच्च सुरक्षा क्षेत्र से दूर मोहाली में पुलिस मुख्यालय पर एक संदिग्ध ग्रेनेड से हमला किया गया था ।

पंजाब -हरियाणा हाईकोर्ट ने की सख्त टिप्पणी
पंजाब में दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही कानून व्यवस्था को लेकर पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि पंजाब में कुछ लोगो,संघों, समूहों की ओर से कानून को अपने हाथ में लेने की घटनाओं में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है । राज्य के अधिकारी सरकार और पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बने हुए है । पंजाब सरकार का कर्तव्य है कि नागरिकों में भय का माहौल पैदा न हो ।

क्यों उठता है पंजाब में खालिस्तान का मुद्दा ?
पंजाब में वर्ष 2007 के बाद हुए सभी चुनावों में एक खालिस्तान बड़ा मुद्दा रहा है। गृह मंत्रालय की 2019-20 की वार्शिक रिपोर्ट में सिख फॉर जस्टिस नामक संगठन को यूएपीए 1967 के तहत गैर कानूनी संघ घोषित किया हुआ है । सिखों के जीवित गुरू ग्रंथ साहिब के प्रति बेअदबी पंजाब में बहुत संवेदनशील मुद्दा है ।

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