महाराष्ट्रः जानिये, डीजीपी संजय पांडेय से शिवसेना की क्यों बढ़ी नाराजगी!

महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक संजय पांडेय फिलहाल छुट्टी पर हैं। राज्य में जब ताऊ ते चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है, ऐसे समय में उनके छुट्टी पर जाने से शिवसेना पांडेय से नाराज हो गई है।

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राज्य के पुलिस महानिदेशक संजय पांडे के अचानक छुट्टी पर चले जाने से राज्य में सियासी बहस छिड़ गई है। हालांकि संजय पांडे के एक करीबी का कहना है कि वे अपने संबंधी से मिलने के लिए छुट्टी पर गए हैं। इसका दूसरा और कोई कारण नहीं है।

छुट्टी का अनुरोध किया था
संजय पांडेय 16 मई की शाम तक मुंबई में ही थे और एक-दो मीटिंग में भी शामिल हुए थे। दो दिन पहले पांडेय ने अतिरिक्त मुख्य सचिव और गृह मंत्री से दो दिन की छुट्टी पर जाने को लेकर चर्चा की थी। उन्हें उसी समय जाने के लिए कह दिया गया था। उसके बाद पांडेय चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए।

ताऊ ते के कारण चंडीगढ़ में फंसे
पांडे की पत्नी चंडीगढ़ में रहती हैं और उनका बेटा अमेरिका में रहता है। वह अपनी पत्नी से मिलने चंडीगढ़ गए हैं। महाराष्ट्र में स्थिति खराब होने पर पुलिस प्रमुख के अचानक छुट्टी पर चले जाने को लेकर 17 मई को राजनीति के गलियारें चर्चा छिड़ी रही। पांडेय 17 मई को ड्यूटी पर लौटने वाले थे, लेकिन चक्रवात के कारण चंडीगढ़ में फंस गए। उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि पांडेय 18 मई को ड्यूटी ज्वाइन करेंगे।

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शिवसेना ने की कार्रवाई की मांग
महाराष्ट्र में आए चक्रवात ताऊ ते के दौरान पुलिस महानिदेशक संजय पांडेय राज्य से बाहर छुट्टी पर चले गए हैं। उनके इस व्यवहार से शिवसेना नाराज है। पार्टी में कार्रवाई की मांग उठ रही है। बता दें कि पहले ही पांडेय और शिवसेना के रिश्ते खराब हो चुके हैं। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह मामले की जांच से अपने नाम हटा लेने से शिवसेना पांडेय से नाराज चल रही है। अब जब महाराष्ट्र में चक्रवात आया हुआ है तो उनके चंडीगढ़ जाने पर शिवसेना के तेवर टेढ़े हो गए हैं। पता चला है कि शिवसेना ने संजय पांडे के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

प्रवीण दरेकर ने शिवसेना को घेरा
शिवसेना जहां पांडेय के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है, वहीं विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने शिवसेना की आलोचना की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि शिवसेना की नाराजगी परिस्थिति के अनुसार बदल जाती है। जब संजय पांडेय परमबीर सिंह के आरोपों की जांच कर रहे थे तो सरकार उनसे खुश थी, लेकिन अब यह पता लगाना जरूरी है कि पांडेय के छुट्टी पर चले जाने से शिवसेना अचानक क्यों खफा हो गई। दरेकर ने कहा कि
ऐसे समय में जब महाराष्ट्र में कोरोना और चक्रवात का संकट मंडरा रहा है, तो राज्य के महत्वपूर्ण अधिकारियों का राज्य में मौजूद रहना अनिवार्य है। आपदा प्रबंधन के लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक को राज्य में होना चाहिए था। लेकिन कभी शिवसेना को दया आती है तो कभी उनकी नाराजगी फूट पड़ती है। इसलिए, इस संदर्भ में उनकी बदलती भूमिका का पता लगाना आवश्यक है।

कौन हैं संजय पांडे?
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी संजय पांडेय हाल ही में हुए तबादले को लेकर राज्य सरकार से नाराज थे। वे 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने अपेक्षाकृत कम महत्वपूर्ण राज्य सुरक्षा निगम के प्रमुख के रूप में अपनी नियुक्ति पर नाराजगी व्यक्त की थी। इसके लिए उन्होंने सीएम उद्धव ठाकरे को एक पत्र भी लिखा था। उसके बाद उन्हें राज्य के पुलिस महानिदेशक के पद पर नियुक्त किया गया है।

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