चुनाव आयोग ने 11 अक्टूबर को शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट को तलवार और ढाल चुनाव चिन्ह आवंटित किया है। आयोग ने पहले ही गुट को बालासाहेबांची शिवसेना नाम आवंटित कर दिया है।
चुनाव आयोग ने 11 अक्टूबर को पार्टी नाम और चुनाव चिन्ह को लेकर एकनाथ शिंदे गुट की ओर से प्राप्त विकल्प पर विचार किया। इस विचार के बाद आयोग ने तलवार और ढाल पर अपनी सहमति व्यक्त की। इस चुनाव चिन्ह से मिलता चिन्ह पहले पीयूप्ल डेमोक्रेटिक मूवमेंट को आवंटित किया गया था। हालांकि इस पार्टी की राज्य पार्टी की मान्यता 2004 में ही समाप्त हो गई थी। आयोग ने चिन्ह को मुक्त कर इसे शिवसेना के शिंदे गुट को आवंटित कर दिया।
चुनाव चिन्ह फ्रीज
उल्लेखनीय है कि शिवसेना वर्तमान में उद्धव ठाकरे और शिंदे गुट में बटी हुई है। आयोग पार्टी पर दोनों गुटों के दावों पर विचार कर रहा है। अंतिम फैसला आने तक शिवसेना नाम और धनुष बाण चुनाव चिन्ह को आयोग ने फ्रीज कर दिया है।
चुनाव आयोग ने 10 अक्टूबर को शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट को चुनाव चिन्ह और नाम आवंटित किए थे। उद्धव ठाकरे गुट आगामी उपचुनाव में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नाम और जलती मशाल चुनाव चिन्ह का इस्तेमाल कर सकता है।