गिलगिट बाल्टिस्तान को पांचवें प्रांत का दर्जा देने के बाद भारत ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को इसे पांचवें अस्थाई प्रांत का दर्जा दे दिया। भारत ने कड़े शब्दों में पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा है कि पाकिस्तान उन इलाकों से बाहर चला जाए, जिन इलाकों पर उसने अवैध रुप से कब्जा जमा रखा है।
क्षेत्र भारत का अभिन्न अंग
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्त ने भारत अपने किसी भी क्षेत्र की स्थिति बदलने की पाकिस्तान की कोशिश को खारिज करता है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के सभी क्षेत्र हमारे देश के अभिन्न अंग हैं। इनमें गुलाम कश्मीर भी शामिल है। अवैध रुप से कब्जा किए गए इन क्षेत्रो पर पाकिस्तान सरकार का कोई हक नहीं है।
पाकिस्तान की छल से इन क्षेत्रों मे मानवधिकारो के उल्लंघन की घटनाओं से पूरा विश्व वाकिफ है।
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स्थिति में बदलाव सहन नहीं
श्रीवास्तव ने कहा कि इन इलाकों की स्थिति में बदलाव से बेहतर होगा कि वह हमारे अवैध कब्जेवाले क्षेत्रों पर अधिकार जताना बंद करे। वह पूरी दुनिया को धोखा देने के लिए गिलगिट बाल्टिस्तान में विधानसभा चुनाव कराने की साजिश कर रहा है। इस साल के प्रारंभ में पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को क्षेत्र में चुनाव कराने की अनुमति दी है। इस फैसले के बाद से ही भारत ने पाकिस्तानी राजनयिक से अपनी नाराजगी जताई थी।
Please see our statement on Pakistan Government’s decision to accord “provisional provincial status” to the so-called “Gilgit-Baltistan” : pic.twitter.com/8XzPT0aSFH
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) November 1, 2020
स्थानीय लोगों को आजादी से वंचित करने की साजिश
भारत का कहना है कि पाकिस्तान की ओर से इस क्षेत्र में की जा रही छेड़छाड़ वहां 70 साल से भी अधिक समय से रह रहे लोगों की आजादी से वंचित करने का हथकंडा है। 1947 में जम्मू-कश्मीर के भारतीय संघ में शामिल होने के साथ ही तथाकथित गिलगिट बाल्टिस्तान का पूरा क्षेत्र कानूनी रुप से भारत का अभिन्न अंग है। पाकिस्तान गिलगिट बाल्टिस्तान के लोगों के मानवधिकारों को नहीं कुचल सकता है। भारत इस क्षेत्र की स्थिति में किसी भी तरह का बदलाव बर्दाश्त नहीं करेगा।
दोनों देशों में बढ़ेगा टकराव
भारत पहले ही स्प्ष्ट रुप से कह चुका है कि गुलाम कश्मीर की स्थिति में बदलाव की कोई भी साजिश भारत सहन नहीं करेगा। इमरान खान के इस फैसले से दोनों देशों के बीच टकराव बढ़ने की आशंका है। इससे पहले देश के गृह मंत्री अमिथ शाह यह ऐलान करल चुके हैं कि गुलाम कश्मीर हमारा है और हम उसे अपने देश का अभिन्न अंग मानते हैं।
इस क्षेत्र को लेकर इमरान खन की बेचैनी के कारण
- हाल ही में सऊदी अरब ने गुलाम कश्मीर को पाकिस्तान के नक्शे से बाहर कर दिया है
- पाकिस्तान वहां चुनाव कराके इस क्षेत्र में अपने कब्जे की मुहर लगाना चाहता है
- पाकिस्तान की मुश्किलें
- भारत के विरेध के बाद पाकिस्तान की बढ़ेंगी मुश्किलें
- स्थानीय लोगों का उग्र विरोध शुरू
- 8 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर लिबरेशन व स्टूडेंट लिबरेशन ने किया था उग्र प्रदर्शन