ओमप्रकाश राजभर की एनडीए में एंट्री, अमित शाह ने स्वागत करते हुए कही ये बात

एसबीएसपी ने इससे पहले 2017 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ गठबंधन में लड़ा था और राजभर को पहले योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नियुक्त किया गया था।

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ओम प्रकाश राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) ने 16 जुलाी को घोषणा की कि वह भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल हो गई है और गठबंधन के हिस्से के रूप में 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेगी।

एसबीएसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजभर ने एक ट्वीट में कहा, “भाजपा और एसबीएसपी एक साथ आए हैं। दोनों मिलकर सामाजिक न्याय, देश की सुरक्षा, संरक्षण, सुशासन और वंचितों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं, किसानों, युवाओं और हर वंचित वर्ग को मजबूत करने के लिए लड़ेंगे।”

राजभर ने की घोषणा
ओम प्रकाश राजभर ने कहा, “हमने 14 जुलाई को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उसके बाद 2024 का चुनाव एक साथ लड़ने का फैसला किया। हमारी पार्टियों के एक साथ आने से एक बड़ी ताकत बनेगी। मैं समाज के हाशिए पर मौजूद वर्गों के विकास की लड़ाई में हमें साथ लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देना चाहता हूं।”

2017 में भाडपा से मिलकर लड़ा था चुनाव
एसबीएसपी ने इससे पहले 2017 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ गठबंधन में लड़ा था और राजभर को पहले योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नियुक्त किया गया था। हालांकि, तत्कालीन जिला मजिस्ट्रेट संजय कुमार खत्री को हटाने की मांग को लेकर उन्होंने ग़ाज़ीपुर में धरना दिया था, जिसके तुरंत बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।

2022 का चुनाव सपा के साथ लड़ा
एसबीएसपी ने 2022 का यूपी विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी (एसपी) के साथ गठबंधन में लड़ा था, लेकिन बाद में रिश्ते में खटास आ गई। राजभर ने 2022 के राष्ट्रपति चुनावों में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में क्रॉस वोटिंग की थी, जिससे वह जीत गईं। उसके बाद एसपी ने कहा था कि वे जहां भी अधिक सम्मान पाने की उम्मीद करते हैं, वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं।

यहां से शुरू हुआ मनमुटाव
एक पत्र में, एसपी ने तब राजभर पर भाजपा के साथ “सांठगांठ” का आरोप लगाया था और दावा किया कि वे “भगवा पार्टी को मजबूत करने के लिए काम कर रहे थे।” पार्टी ने कहा था, ”अगर आपको लगता है कि आपको कहीं और अधिक सम्मान मिलेगा तो आप वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं.” तब से, राजभर का भाजपा के प्रति रुख धीरे-धीरे नरम हो गया। यहां तक ​​कि ऐसा भी लग रहा था कि वे अपना भविष्य बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ देख रहे थे, जहां से उन्होंने अपना करियर शुरू किया था।

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भाजपा ने दिया था संकेत
इस साल की शुरुआत में, यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा था कि राजभर एक “पुराने दोस्त हैं।भाजपा के लिए कोई भी अछूत नहीं है। जो भी भाजपा के विचारों से सहमत होगा, पार्टी उसे अपने साथ लेने को तैयार है। भाजपा एक बड़ा महासागर है। राजभर हमारे पुराने मित्र हैं। ”

दारा सिंह भी एनडीए में होंगे शामिल
15 जुलाई को, सपा विधायक दारा सिंह चौहान ने भी यूपी विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। सूत्रों ने कहा कि वे जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे।

अमित शाह ने किया स्वागत
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मुलाकात कीथी। भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में उनका स्वागत करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि इससे गठबंधन को उत्तर प्रदेश में मजबूती मिलेगी।

अमित शाह ने मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में आने का उन्होंने निर्णय लिया है। वे उनका एनडीए परिवार में स्वागत करते हैं। राजभर के आने से उत्तर प्रदेश में एनडीए को मजबूती मिलेगी और मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए द्वारा गरीबों वंचितों के कल्याण हेतु किए जा रहे प्रयासों को बल मिलेगा।

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