अमर जवान ज्योति को लेकर जारी घमासान के बीच 21 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी घोषणा की। उन्होंने दिल्ली में इंडिया गेट पर महान स्वतंत्रता सेनानी नेता जी सुभाष चंद्र बोस की प्रतीमा स्थापित करने की घोषणा की। पीएम ने ट्वीट कर यह घोषणा करते हुए कहा कि नेताजी की 125वीं जयंती पर ग्रेनाइट से बनी उनकी भव्य प्रतिमा इंडिया गेट पर स्थापित की जाएगी। उनके प्रति भारत के कृतज्ञ होने का यह प्रतीक होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक नेताजी की ग्रेनाइट की तस्वीर तैयार नहीं हो जाती, तब तक उस जगह पर उनकी एक होलोग्राम प्रतिमा लगाई जाएगी। होलोग्राम की इस प्रतिमा का अनावरण नेताजी की जयंती के अवसर 23 जनवरी को खुद पीएम करेंगे।
At a time when the entire nation is marking the 125th birth anniversary of Netaji Subhas Chandra Bose, I am glad to share that his grand statue, made of granite, will be installed at India Gate. This would be a symbol of India’s indebtedness to him. pic.twitter.com/dafCbxFclK
— Narendra Modi (@narendramodi) January 21, 2022
‘अमर जवान ज्योति’का ‘राष्ट्रीय युद्ध स्मारक’ में विलय
बता दें कि पिछले 50 साल से नई दिल्ली के इंडिया गेट पर जल रही अमर जवान ज्योति का 21 जनवरी को राष्ट्रीय स्मारक पर जल रही ज्योति में विलय कर दिया गया है। इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं की जा रही हैं। इस बीच सरकार ने इस मामले में स्थिति साफ कर दी है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि अमर जवान ज्योति की लौ बुझ नहीं है बल्कि इसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में विलिन कर दिया गया है।
सरकार का स्पष्टीकरण
सरकार ने इस बारे में स्पष्ट करते हुए कहा है कि 1971 और उसके पहले तथा बाद के युद्धों सहित सभी युद्धों के सभी भारतीय हुतात्माओं के नाम राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर अंकित हैं। इस स्थिति में वहां हुतात्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित करना ही सच्ची श्रद्धांजलि है। सरकार ने कहा है कि जिन लोगों ने 7 दशकों तक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक नहीं बनाया, वे अब हमारे हुतात्माओं को स्थायी और उचित श्रद्धांजलि दिए जाने पर आपत्ति जता रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया था उद्घाटन
बता दें कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया था। अब 21 जनवरी को एक कार्यक्रम में इंडिया गेट पर 50 वर्ष से जल रही अमर जवान ज्योति को भी उसमें विलिन कर दिया जाएगा। इस अवसर पर गणतंत्र दिवस समारोह से पहले प्रधानमंत्री सैन्य अधिकारियों के साथ युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण करेंगे।