नाना को ‘हां’ पर इनकी कुर्सी खतरे में… कांग्रेस में होगी उलट पुलट!

कांग्रेस पार्टी आगामी मनपा और विधान सभा चुनावों के लिए संगठन को मजबूत करने के लिए काम कर रही है। इसके लिए आक्रामक अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है।

132

दिल्ली ने नाना पटोले के दिल की बात मान ली है। जिससे उनके मंत्री बनने की राह खुल गई है परंतु, इसके लिए किसी का मंत्रिपद जाएगा भी। कांग्रेस हाइकमांड नाना से खुश है तो कांग्रेस के तीन मंत्री ऐसे मंत्री भी है जिनका प्रदर्शन उनका मंत्री पद ले डूबेगा।

महाराष्ट्र में सत्ताधारी कांग्रेस को लेकर एक कहावत सच साबित होती है एक अनार, सौ बीमार… यानी विधान सभा अध्यक्ष का पद रिक्त है जो कांग्रेस के कोटे में है इस पर किसे बैठाया जाए यह बड़ा
निर्णय करना है। जबकि, उसके कुछ नेता मंत्री पद पर रहते हुए वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं जिसकी आशा थी। इसलिए प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले को मंत्री पद देने पर दिल्ली की हां है तो तीन ऐसे मंत्री हैं जिनका प्रदर्शन पार्टी की अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं है।

ये भी पढ़ें – बाहुबली को खतरा कम… आईसीएमआर सिरो सर्वे की ये हैं मुख्य बातें

राहुल गांदी बोले तभी नाना डोले
नाना पटोले महाराष्ट्र विधान सभा के अध्यक्ष थे। उन्होंने अचानक अपने से त्यागपत्र दे दिया। इससे चहुओर उन पर टिप्पणी होने लगी लेकिन, बहुत शीघ्र ही नाना ने कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रदेशाध्यक्ष का पद संभाल लिया। अब जो जानकारियां सामने आ रही हैं, उसके अनुसार नाना पटोले ने यह निर्णय राहुल गांधी के कहने पर लिया था। इसके बाद प्रदेशाध्यक्ष बनना और राज्य में स्वबल का नारा देते हुए आक्रामक भुमिका ग्रहण करना सबकुछ दिल्ली के निर्देशों पर था। नाना पटोले की इस भुमिका का प्रभाव हुआ कि सरकार के दो अन्य दल शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को कांग्रेस की अनदेखी अखरने लगी।

नाना पटोले द्वारा हाइकमान की बात को मानना और पार्टी को राज्य में शक्ति के रूप में दिखाना राहुल गांधी को बहुत पसंद आया है। सूत्रों के अनुसार इसलिए राहुल गांधी, नाना पटोले को मंत्री बनाए जाने के पक्ष में हैं। जबकि, मंत्री पद पर रहते हुए जो अपनी छाप नहीं छोड़ पाए उन्हें यह पद छोड़ना पड़ सकता है।

भाईजान का मंत्रिपद जाएगा!
सूत्रों से जो जानकारी मिल रही हैं, उसके अनुसार जिन तीन मंत्रियों का पद जा सकता है उसमें एक नाम अस्लम शेख का है। इसके अलावा ऊर्जा मंत्री नितिन राऊत और आदिवासी विकास मंत्री के.सी पडवी का भी नाम चल रहा है। अस्लम शेख मुंबई के मालाड विधान सभा से विधायक हैं और उपनगर के पालक मंत्री हैं परंतु, उनके कार्यों की ऐसी छाप नहीं पड़ पाई है जिससे कांग्रेस पार्टी को शहर में कुछ मजबूती प्राप्त हुई हो।

इसे मराठी में पढ़ें – नानांना लवकरच लॉटरी लागणार, अस्लमभाईंचा पत्ता कटणार?

नाना और प्रणिती की किस्मत जागेगी
इसी प्रकार बाकी दोनों मंत्रियों की स्थिति भी है। इन तीन मंत्रियों का पद जाने पर नितिन राऊत को विधान सभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है, उनका ऊर्जा विभाग नाना पटोले के पास जा सकता है, जबकि सोलापुर की विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी प्रणिती शिंदे को भी मंत्री पद दिया जा सकता है।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.