एग्जिट पोल्सः पश्चिम बंगाल में भाजपा को बड़ा फायदा, लेकिन टीएमसी की जीत की हैट्रिक!

चार राज्यों पश्चिम बंगाल,असम, तमिलनाडु और केरल के साथ ही केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में मतदान समाप्त हो गए हैं और इनके एग्जिट पोल जारी किए गए हैं।

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चार राज्यों पश्चिम बंगाल,असम, तमिलनाडु और केरल के साथ ही केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में मतदान समाप्त हो गए हैं और इनके एग्जिट पोल जारी किए गए हैं। पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में कराए गए। मतदान का अंतिम चरण 29 अप्रैल को समाप्त हुआ। अब दो मई को मतों की गिनती के साथ ही उम्मीदवारों और पार्टियों के भविष्य का फैसला होगा।

इस बीच पश्चिम बंगाल के एग्जिट पोल जारी किए गए हैं। ज्यादातर एग्जिट पोल्स में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस पार्टी को जीत की हैट्रिक लगाने की बात कही गई है। एग्जिट पोल्स के माध्यम से जनता के रुझान का पता चल रहा है। लेकिन इन्हें पूरी तरह सत्य होने का दावा भी नहीं किया जा सकता।

पश्चिम बंगाल में फिर ममता
पश्चिम बंगाल विधानसभा का कार्यकाल 30 मई को पूरा हो रहा है। ऐसे में 30 मई से पहले वहां नई सरकार का गठन होना है। पश्चिम बंगाल में कुल 294 विधानसभा सीटें हैं। पिछले 10 साल से ममता बनर्जी यहां की मुख्यमंत्री हैं, लेकिन इस बार भारतीय जनता पार्टी ने काफी जोर लगाया है। लेकिन एग्जिट पोल्स में उसे लाभ तो बड़ा मिलता दिख रहा है लेकिन सरकार ममता बनर्जी की ही बनती दिख रही है।

एबीपी और सी वोटर के एग्जिट पोल
एबीपी और सी वोटर के एग्जिट पोल के अनुसार बंगाल की 292 सीटों में से टीएमसी को 42.1 प्रतिशत वोट मिलेगा। वहीं भाजपा को 39.1 प्रतिशत वोट प्राप्त होगा। कांग्रेस को 15.4 प्रतिशत से संतोष करना पड़ेगा। सीटों की बात करें तो बंगाल में 292 सीटों में से टीएमसी को 152-164 सीटों पर जीत मिल सकती है। जबकि भाजपा को 109-121 सीटें मिलने की उम्मीद है। कांग्रेस को 14-25 सीटों पर जीत मिल सकती है।

अन्य एग्जिट पोल्स के परिणाम
– इंडिया टीवी के एग्जिट पोल में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलता दिख रहा है। इसके अनुसार भाजपा को 173-192 तो टीएमसी को मात्र 64-88 तथा कांग्रेस प्लस को 7-12 सीटों पर जीत मिल सकती है।

– रिपब्लिक भारत के अनुसार भाजपा को बढ़त मिलती दिख रही है। इसके अनुसार टीएमसी को 126-136 तो भाजपा को 138-148 सीटों पर जीत मिल सकती है। कांग्रेस प्लस को 11-21 सीट मिल सकती है।

– टाइम्स नाउ के अनुसार टीमसी तीसरी बार वापसी करेगी। टीएमसी 158 सीटों के साथ हैट्रिक लगाती दिख रही है। भाजपा को 115 तो कांग्रेस प्लस को 19 सीटों पर जीत मिल सकती है।

एक महीने से ज्यादा समय तक चला चुनाव
27 मार्च को पश्चिम बंगाल में पहले चरण का मतदान कराया गया था। उसके बाद वहां एक महीने से ज्याद समय में बाकी के सात चरण के मतदान कराए गए। पांचों प्रदेशों में कराए गए चुनाव के परिणाम दो मई को घोषित होंगे।

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असम- एबीपी और सी वोटर के एग्जिट पोल
असम में विधानसभा का कार्यकाल 31 मई को पूरा हो रहा है। 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य में 15 साल से सत्तासीन कांग्रेस को उखाड़ फेंका था। 2016 के चुनाव में भाजपा को 86 सीटें मिली थीं और सर्बदानंद सोनोवाल राज्य के मुख्यमंत्री बने। इस बार कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन से भाजपा को टक्कर मिल रही है। यहां इस बार एबीपी और सी वोटर के एग्जिट पोल के अनुसार 126 सीटों में से भाजपा को 58-71 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है। वहीं कांग्रेस को 53-66 सीटों पर जीत मिल सकती है। इसके साथ ही अन्य पार्टियों के खाते में 5 सीटें जा सकती हैं।

आजतक एग्जिट पोल
असम में आजतक के एग्जिट पोल में कुल 126 में से भाजपा को 75-85 सीटों पर, जबकि कांग्रेस को 40-50 सीटों पर जीत मिलने का दावा किया गया है। अन्य को 1-4 सीटें मिल सकती हैं।

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केरल में यूडीएफ और एलडीएफ के बीच कांटे की टक्कर
केरल में कुल 140 सीटों पर चुनाव कराए गए हैं। यहां 1 जून को विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो रहा है। राज्य में 2016 में हुए विधानभा चुनाव में कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में गठबंधन लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 91 सीटों पर बंपर जीत हासिल की थी। पिनराई विजयन राज्य के मुख्यमंत्री बने। वे राज्य के 12वें मुख्यमंत्री हैं। पिछली बार यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट दूसरे क्रमांक पर रहा था। इस बार भी दोनों में कांटे की टक्कर है।

तमिलनाडु में डीएमके की वापसी?
तमिलनाडु विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को खत्म हो रहा है। 234 सीटों वाली इस राज्य की विधानसभा के लिए 2016 में हुए चुनाव में जयललिता के नेतृत्व में एआईएडीएमके ने जीत प्राप्त की थी। जयललिता के निधन के बाद यहा एआईएडीएमके मैदान में है। इसे डीएमके से कड़ी टक्कर मिल रही है।

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पुडुचेरी में कांटे की टक्कर
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी विधानसभा का कार्यकाल 8 जून को पूरा हो रहा है। 30 सीटों वाली पुडुचेरी विधानसभा के लिए 2016 के चुनाव में कांग्रेस नेतृत्व वाले यूपीए गठबंधन को जीत हासिल हुई थी। यूपीए को कुल 17 सीटों पर जीत मिली थी। इनमें कांग्रेस को अकेले 15 सीटों पर जीत प्राप्त हुई थी और वी नारायणसामी मुख्यमंत्री बने थे। यहां चुनाव से पहले ही सरकार गिर गई और कांग्रेस सहित सत्ता पक्ष के के कई नेता-विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। इसलिए यहां इस बार भाजपा की स्थिति मजबूत हो सकती है।

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