Cash for query case: मुश्किल में महुआ, लोकसभा की आचार समिति रिपोर्ट को लेकर आई ये खबर

रिपोर्ट में कथित 'कैश फॉर क्वेरी' मामले में चल रही जांच के मद्देनजर लोकसभा से टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को अयोग्य घोषित करने की सिफारिश की गई है।

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लोकसभा की अचार समिति ने 9 नवंबर को तृणमूल कांग्रेस सांसद (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में अपनी रिपोर्ट को मंजूरी दे दी। यह रिपोर्ट 10 नवंबर को लोकसभा अध्यक्ष को सौंपी जाएगी।

रिपोर्ट के समर्थन में 6 और विरोध में 4 वोट पड़े। रिपोर्ट का समर्थन करने वाले सदस्यों में अपराजिता सारंगी, राजदीप रॉय, सुमेधानंद सरस्वती, परनीत कौर, विनोद सोनकर, हेमंत गोडसे शामिल हैं। वहीं रिपोर्ट का विरोध करने वालों में दानिश अली, वी वैथिलिंगम, पीआर नटराजन और गिरिधारी यादव हैं।

आचार समिति के अध्यक्ष ने दी जानकारी
इस मुद्दे पर हुई बैठक के बाद लोकसभा आचार समिति के अध्यक्ष व लोकसभा सांसद विनोद कुमार सोनकर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ‘एथिक्स कमेटी ने महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की थी। आज का एकमात्र एजेंडा उस रिपोर्ट को अपनाना था।’

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समर्थन में पड़े छह वोट
उन्होंने कहा कि लोकसभा की अचार समिति के छह सदस्यों ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ आरोप पर रिपोर्ट का समर्थन किया, जबकि चार सदस्यों ने इसका विरोध किया। भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली समिति ने पहले महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्राई को सुना था।

सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में कथित ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में चल रही जांच के मद्देनजर लोकसभा से टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को अयोग्य घोषित करने की सिफारिश की गई है।

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